गाजीपुर। आरटीआई मैदान में बुधवार को सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की जनसभा होने से कुछ देर पहले ही सामाजिक संस्था समग्र विकास इंडिया के कार्यकर्ताओं ने ब्रज भूषण दूबे के नेतृत्व में नाले के बजबजाते पानी में घुसकर सत्याग्रह किया. कार्यकर्ताओं ने हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियों के साथ नारा भी लगाए. बहरे कानों को सुनाते रहेंगे, सोने वालों को जगाते रहेंगे, लोकतंत्र का बीन बजाते रहेंगे वगैरह वगैरह नारे लगाकर लोगों से यह बताया कि रैलियों के नाम पर करोडों खर्च कर विकास व परिवर्तन का सन्देश देने वाली प्रदेश व केन्द्र की सरकारों के नुमाइन्दों ने रैली स्थल से दो सौ मीटर की दूरी का नाला देखना जरूरी नहीं समझा.
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष् ब्रज भूषण दूबे ने कहा कि 14 नवम्बर को प्रधानमंत्री की रैली इसी आरटीआई मैदान पर हुई तब भी ई-मेल करके शासन व प्रशासन को रैली स्थल का नाला बनाये जाने का अनुरोध किया. यह नाला जिला पंचायत अध्यक्ष के आवास से होकर लगभग एक किलोमीटर की दूरी तय करके पीजी कालेज वाली पोखरी में जाता है. नाला कहीं नाली जैसा तो कहीं काफी चौड़ा हो गया है. उन्होंने कहा कि इसी नाले में दो दिन खड़े होकर सत्याग्रह किया जिसका ट्वीट प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, के अलावा मनोज सिन्हा को ट्वीट करके सैकडों बार भेजा गया, किन्तु ऐसे लोकहित के प्रश्न को इन लोगों ने नजरअन्दाज किया. यदि रैली में किसी प्रकार की भगदड़ मचती है तो यही नाला लोगों के घायल होने से लेकर मौत तक का कारण बन सकता है.
समग्र विकास इंडिया के प्रवक्ता गुल्लू सिंह यादव ने कहा कि विकास के नाम पर की गयी रैली में जमानियां सहित सातों विधायक/मंत्री जनपद की सडकों के बारे में भी अवश्य बतायें कि जिले में जितने मतदाता हैं, उनसे अधिक सड़कों के गडढे हैं. रूद्रेश कुमार निगम ने कहा कि हमें विश्वास था कि स्वच्छता का नारा देने वाले मोदी जी की जनसभा से पहले यहां के नगर पालिका चेयरमैन रैली स्थल के नाले को जरूर ढंक देंगे, किन्तु ऐसा नहीं हुआ. अब मुलायम सिंह भी उसी संक्रमित नाले के पास विकास की सभा को सम्बोधित कर रहे हैं, इससे हास्यास्पद और क्या हो सकता है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमने आइना दिखाने के साथ-साथ डॉ. लोहिया के सिविल नाफरमानी व महात्मा गान्धी के सविनय अवज्ञा का प्रयोग कर बन्द आंखों को खोलने का प्रयास किया है जो बिना रूके जारी रहेगा. उक्त अवसर पर मोइनुददीन, अनूप मिश्रा, विवेक कुशवाहा, हनुमान बिन्द, कमला यादव, सत्येन्द्र बिन्द, दिवांशु पाण्डेय, अजीत, राहुल कुशवाहा आदि लोग थे. अध्यक्षता कुम्भनाथ जायसवाल एवं संचालन रूद्रेश कुमार निगम ने किया.