स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत के पैतृक गांव के पड़ोस में बनेगा आधुनिक अखाड़ा

ताकि मंगल पांडे की यादें युवाओं के स्मरण में बनी रहे
दुबहर, बलिया. स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत अमर शहीद मंगल पांडेय की जन्मस्थली नगवा का पड़ोसी गांव अखार जहां कभी प्रसिद्ध अखाड़ा हुआ करता था जिसके चलते इस गांव का नाम अखाड़ा से अखार हो गया. इसी गांव में मंगल पांडेय बचपन के दिनों में अपने पिता के साथ कुश्ती लड़ने के गुन सिखने आया करते थे जिसकी कहानी आज भी बुजुर्गों की जुबानी सुनने को मिलती हैं जो हमारे बुजुर्गो ने अपने पूर्वजो से सूनी थी. इस विरासत को एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में संरक्षित करने के लिए अखार गांव में शहीद मंगल पांडेय के नाम पर आधुनिक अखाड़ा एवं व्यायामशाला का निर्माण कराया जाएगा.
इसकी जानकारी मंगल पांडेय अखाड़ा एवं व्यायामशाला के संयोजक रणजीत सिंह ने मीडिया सेंटर अखार पर पत्रकारो को दी. उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम के इस महान योद्धा के विरासत की धरोहर को आने वाली पीढ़ियों को अवगत कराने के लिए इस गांव में आधुनिक अखाड़ा एवं व्यायामशाला का निर्माण प्रारंभ किया जाएगा, जिसका लाभ इस पूरे क्षेत्र के लोगों को मिलेगा. कहा कि इस कार्य में अगर जमीन की भी व्यवस्था करनी पड़ी तो उसकी तुरंत व्यवस्था की जाएगी. यह कार्य जल्द ही प्रारम्भ होगा ताकि अखार गांव से जुड़ी मंगल पांडेय की यादें लोगो के स्मरण में रहे और आने वाली पीढ़ियों को इस गौरवपूर्ण इतिहास से प्रेरणा मिलती रहे .
बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट

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