सिकन्दरपुर(बलिया)। लोक आस्था और सूर्य उपासना का पर्व छठ बुधवार की सुबह उदयमान सूर्य के अर्घ्य के साथ ही संपन्न हो गया. चार दिवसीय इस अनुष्ठान के चौथे दिन अर्घ्य के बाद व्रतधारी ने अन्न जल ग्रहण कर ‘पारण‘ किया.
छठ पर्व के अंतिम दिन बुधवार को बड़ी संख्या में व्रतधारी विभिन्न घाटों के तट और जलाशयों के किनारे पहुंचे और उदयमान सूर्य को अघ्र्य देकर भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना किया. इसके बाद व्रतियों ने अपने घर आकर जल-अन्न ग्रहण कर ‘पारण‘ किया और निर्जला उपवास समाप्त किया. छठ को लेकर पिछले कई दिनों तक पूरा क्षेत्र भक्तिमय रहा.
मुहल्लों से लेकर नगर में बने घाटों तक पूरे इलाके में छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंजते रहे. सभी घाटों को देवलोक की तरह सजाया गया था. छठ को लेकर नगर सहित पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे. जलाशयों के घाटों पर अभूतपूर्व सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे.