प्रधान मंत्री आवास के सर्वे सूची में  कटान से बेघर पात्रों का नाम नहीं, प्रधान ने लिखा पीएम को पत्र

​बैरिया (बलिया)। विकास खण्ड मुरली छपरा अन्तर्गत कोड़रहा नौबरार ग्राम पचांयत की महिला प्रधान रूबी सिंह ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भेजा है. भेजे गये पत्र में गंगा व घाघरा नदी के कटान पीड़ितो के दर्द से अवगत कराया हैै, साथ ही सन 2011 के प्रधानमंत्री आवास सर्वे में अपात्रो की संख्या सर्वाधिक होने की शिकायत की है.

उन्होने प्रधानमंत्री को अवगत कराया है कि गंगा व घाघरा नदी के कटान से सैकडों किसान भूमिहीन हो चुके हैं. खेती करने वाली भूमि कटान में विलिन हो चुकी है. सैकड़ो परिवारों का घर भी कटान में विलिन हो चुका हैै. जिसके चलते वहां के लोग भूखमरी के कागार पर आ चुके हैं. जमीन के अभाव मे खेती न करने वाले कटान पीडितों एवं कटान में अपना आशियाना खोने वालों को रोजगार, आवास देकर उन्हे जीवन की मुख्यधारा लाना आवश्यक है. वहीं 2011 के सर्वे के अनुसार तमाम अपात्रो का नाम प्रधान मंत्री आवास योजना सूची में प्रदर्शित हो रहा है. ऐसे में ग्राम प्रधान चाह कर भी पात्रों को प्रधानमंत्री आवास से सन्तृप्त नही कर सकते है. सूची परिर्वतन का अधिकार भी प्रधान को नही है. अगर इस पर कोई ठोस कदम नही उठाया गया तो प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अपात्र ही उठायेगें. जिससे प्रधानमन्त्री आवास योजना का उददेश्य ही भटक जायेगा. इन परेशानियो के दृष्टीगत जनहित व प्रधानमन्त्री आवास योजना हित में एक गाइड लाइन जारी की जाय. प्रधान ने दोनों जनहित के मामले पर प्रधानमंत्री से मांग किया है कि समस्या की गम्भीरता केा देखते हुए नया आदेश जारी कर पात्रों को ही प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिले और कटान पीड़ित परिवारो को आवास, रोजगार सहित मुक्मल सहयोग की मांग की है.

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