लखनऊ/बलिया. उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने एक बार फिर से भाजपा सरकार पर निशाना साधा है और कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं. प्रेस को जारी एक बयान के जरिए रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि किसी भी सरकार का दायित्व है कि वह पीड़ित की मदद करे और उत्पीड़क को सजा दिलाए लेकिन माननीय योगी आदित्य नाथ जी की सरकार और उसके अमले ने इस दायित्व बोध को पलट दिया है. उसने मान लिया है कि सरकार का दायित्व उत्पीड़क की मदद और उसे बचाना है. इसीलिए मैं आज यह कहने के लिए विवश हूँ कि योगी जी की सरकार इतिहास के पन्नों में हत्यारों, रेपिस्टों और उत्पीड़कों की मदद तथा आम आदमी के उत्पीड़न व दोहन के लिए ही याद की जाएगी.
नेता प्रतिपक्ष ने एक-एक करके प्रदेश की कई घटनाओं का जिक्र किया और भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लखीमपुर के हृदय विदारक मामले में सरकार ने संवेदनहीनता की सभी हदों को रौंद दिया. इतनी बड़ी क्रूरतम घटना में भी सारा तंत्र साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करने की जगह उन लोगों को रोकने तथा गिरफ्तार करने में लगा रहा जो पीड़ितों के आँसू पोछने जा रहे थे. भारी जनदबाव के बाद इस क्रूरतम किसान कुचलो काण्ड का मुख्यअभियुक्त देश के गृह राज्यमन्त्री का बेटा मन्त्री के संरक्षण में पुलिस के पास आया तो चाय पानी से स्वागत कर कानूनी कोरम पूरा किया गया.
नेता प्रतिक्ष ने कहा कि केवल लखीमपुर के मामले में नहीं, खुद मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में यही हुआ. यहाँ शहर के मध्य स्थित एक होटल में रुके कानपुर के तीन व्यवसायियों को वहाँ की पुलिस ने चेकिंग के नाम पर पीटा और उसमें से एक व्यवसायी मनीष गुप्ता को मौत के घाट उतार दिया. साथ के दो व्यवसायियों के बच जाने से यह मामला उजागर हुआ तो योगी सरकार और उनका अमला हत्यारों को पकड़ने की जगह पीड़िता को समझाने में लग गया कि वह एफआईआर नहीं कराए. तब पीड़िता ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव से मदद की गुहार की. वह पीड़ित परिवार के साथ खड़े हो गए तब जाकर शासन के कान पर जू रेंगा.
यही हुआ उन्नाव में, यही हुआ हाथरस में, यही हुआ शाहजहाँपुर में. उन्होंने कहा कि इन मामलों में भी योगी सरकार और उनका अमला पीड़ित अबलाओं की मदद की जगह रेपिस्टों और हत्यारों की मदद करता नजर आया.
नेता प्रतिपक्ष उत्तर प्रदेश रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सूबे के किसी भी जिले में जाइए, किसी भी मामले का विवेचन करिए तो पता चलता है कि पुलिस उत्पीड़क के साथ खड़ी है. कोई पुलिसकर्मी इससे विपरीत आचरण करता है तो उत्पीड़क उसे पीटते हैं. एसपी तक इस पिटाई के शिकार हो चुके हैं. इंस्पेक्टर की हत्या हो चुकी है. उन्होंने कहा कि एसपी की पिटाई और इंस्पेक्टर की हत्या के मामले में भी योगी सरकार और उनका अमला पीटने वालों और हत्या करने वालों की मदद करता नजर आया. इसीलिए आज बार बार कह रहा हूँ कि योगी सरकार इतिहास पन्नों में हत्यारों और रेपिस्ट की मदद के लिए ही याद की जाएगी.
नेता प्रतिपक्ष की इन बातों को सपा प्रवक्ता सुशील पाण्डेय”कान्हजी” ने प्रेस को जारी किया.
(बलिया से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट)