इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी ने बलिया में किया सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह का आयोजन

इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी ने बलिया में किया सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह का आयोजन
इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी ने बलिया में किया सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह का आयोजन
गोष्ठी का आयोजन कर दी गई बचाव की जानकारी

बलिया. बुधवार को जिलाधिकारी/अध्यक्ष IRCS एवं मुख्य चिकित्साधिकारी/उपाध्यक्ष IRCS बलिया के निर्देशन में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) देवेन्द्र प्रताप सिंह व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी/सचिव डॉ आनंद कुमार के आदेशानुसार इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी बलिया एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बलिया के संयुक्त प्रयास से जन जागरुकता अभियान के तहत बाढ़ प्रभावित क्षेत्र विकास खण्ड बेलहरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलहरी पर जन चौपाल के दौरान चिकित्साधिकारी/ सदस्य इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी बलिया डॉ. पंकज ओझा ने सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह के दौरान सांप द्वारा काटे जाने पर तत्काल क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, के बारे में विस्तार से बताया.
सांप के काटे जाने पर लक्षण –
तंत्रिका तंत्र जैसे मस्तिष्क पर असर होना,बेहोशी का आना,नींद का आना,पलकों का भारी होना,
सांस लेने में तकलीफ़ होना, डंक लगने के कारण मसूड़ों से खून आना, पेट में दर्द, गहरे भूरे रंग का पेशाब आना, रक्त का थक्का जमना, सूजन आना इत्यादि.

सांप काटने की स्थिति में क्या करें
सांप के रंग व आकार को देखने और याद रखने की कोशिश करें, पीड़ित व्यक्ति का सर ऊंचा करके लिटायें या बैठायें, घाव को तुरंत साबुन व गर्म पानी से साफ करें, काटे हुए अंग को पट्टी या सूती कपड़े से बांध दें, उन्हें शांत और स्थिर रहने के लिए कहें, दंश को साफ व सूखे कपड़े से ढ़क दें, स्वास्थ्य से जुड़ी सहायता के लिए 1075 पर संपर्क करें या अपने स्थानीय विष नियंत्रण केन्द्र या निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें.

सर्पदंश की रोकथाम में क्या सावधानियां बरतें
ऊंची जमीन पर जाने के लिए पानी में तैरते समय सांपों से सावधान रहें, सांप को अपने आस पास देखने पर धीरे धीरे उससे पीछे हटें, सांप को पकड़ने या मारने की कोशिश ना करें, मलवे या अन्य वस्तुओं के नीचे सांप हो सकते हैं, सतर्क रहें,आपके घर में सांप होने की स्थिति में तुरंत अपने कम्युनिटी में पशु नियंत्रण के नंबर पर काल करें.
सर्पदंश के कारण शरीर में लकवा की पहचान दोहरी दृष्टि, आवाज का पतला होना, पलकों का गिरना, सांस लेने में तकलीफ़ होना, निगलने में असमर्थता महसूस करना, बोलने में कठिनाई होना इत्यादि.

उपरोक्त में से कोई भी लक्षण दिखने पर प्रभावित व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जायें व उसकी जांच करायें.
इस अवसर पर एल टी कमलेश, विनय पटेल, फार्मासिस्ट विनय सिंह, पप्पू सिंह, गया गिरी, गुड्डू गिरी, उपेन्द्र इत्यादि एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.

बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट
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