बलिया में गंगा, सरयू दोनों नदियां बढ़ाव की ओर
हमेशा अलर्ट मोड पर रहें प्रशासनिक व बाढ़ खंड के अधिकारीडीएम
बलिया. जनपद की सभी नदियां बढ़ाव पर है. गंगा एवं सरयू के निरंतर बढ़ा्व के कारण ख़तरा बिंदु की ओर पहुंच रही है. टोंस नदी का जलस्तर स्थिर बताया जा रहा है.
शुक्रवार को सुबह गंगा बक्सर में 56.15 मीटर पर बह रही थी जबकि वहां खतरा बिंद 57.33 है. गंगा नदी गायघाट में शुक्रवार को सुबह 55.900 मीटर पर बह रही थी जबकि यहां खतरा बिंद 57.61 मीटर रिकॉर्ड किया गया है. उसी प्रकार घाघरा नदी डीएसपी हेड पर खतारा बिंदु से थोड़ा ही नीचे है वहां खतरा बिंदु 64.1 मीटर रिकॉर्ड है. माझी में 53. 275 मीटर पर है जबकि खतरा बिंदु
55.15 मीटर दर्ज किया गया है. टोंस नदी में मीटर गेज तक पानी नहीं था. गंगा नदी बढ़ाव के कारण हो रहे कटान से तटवर्ती इलाकों के लोग दहशत में है. पानी फैलता जा रहा है. और कटान तेज होती जा रही है. बाढ़ विभाग के लोग स्थिति पर बराबर नजर रखे हुए हैं. जिलाधिकारी ने भी नदियों का जल स्तर एवं कटान की स्थिति का जायजा लिया है.
ज़िलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने गायघाट, गंगापुर, रुद्रपुर और पंचरुखिया में बाढ़ से विस्थापित 66 कटानपीड़ितों के लिए आवंटित भूमि का निरीक्षण करने पहुँचे. उन्होंने एसडीएम अखिलेश यादव से ज़रूरी जानकारी ली. निर्देश दिया कि वहाँ जो भी व्यवस्था करना है, उसके संबंध में कार्यवाही तेज़ी से किया जाए. इस दौरान वहां स्परों की मरम्मत कार्य का भी निरीक्षण किया.
ज़िलाधिकारी ने एसडीएम को निर्देश दिया कि बाढ़ खंड के अधिकारियों से लगातार संपर्क में रहें. गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सभी प्रशासनिक व बाढ़ खंड के अधिकारी अलर्ट मोड पर रहें. ठोकरों की स्थिति पर लगातार नज़र बनाए रखें. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में भ्रमण कर हर गाँव की स्थिति के बारे में जानकारी लें.
बाढ़ की स्थिति के दृष्टिगत हर प्रकार की सहयोग सुविधा के प्रति पहले से ही तैयारी पूरी होनी चाहिए. ज़िलाधिकारी ने गायघाट में भी रुककर नदी का जलस्तर मापने वाले गेज की स्थिति का जायज़ा लिया. वहाँ तैनात कर्मचारी से जलस्तर आदि के बारे में जानकारी ली.