


नगरा, बलिया.भीमपुरा कस्बे में तीन स्थानों पर स्थित तालाब के ऊपर अवैध कब्जे के मामले में हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिका के आदेशक्रम में गुरुवार को तालाब की नापी की गयी. बेल्थरारोड तहसीलदार जितेंद्र सिंह की उपस्थिति में राजस्व निरीक्षकों ने तालाब की मापी करते हुए उसपर किये गए अवैध कब्जे का सीमांकन किया.
भीमपुरा कस्बे व बाजार में आराजी न0 89 में 57 डिसमिल, 400ग में 13 डिसमिल व 438 में एक एकड़ 48 डिसमिल के रकबे पर पोखरी स्थित है लेकिन समय के साथ साथ कुछ लोग उस पर अतिक्रमण करने लगे और धीरे-धीरे पोखरी का अस्तित्व समाप्त होने की कगार पर पहुंच गया.
इसे देख गांव के रामबहादुर सिंह व अन्य द्वारा स्थानीय तहसील व जनपद के अधिकारियों से पोखरी की कई बार नापी कराई गई लेकिन अवैध कब्जे का मामला जस का तस पड़ा रहा. अंततः गांव वालों ने उच्च न्यायालय का रुख किया. वहाँ पर तालाब पर अबैध कब्जे को हटाने के लिए एक जनहित याचिका दायर की. उसके क्रम में तहसीलदार जितेन्द्र सिंह राजस्व निरीक्षकों संग तीनों स्थानों पर स्थित गड़ही व उसपर हुए कब्जे को चिन्हित कराते हुए आगे की कार्यवाही करने को निर्देश दिया.
बाजार में स्थित गड़ही पर हुए कुछ पक्के निर्माण व पाटी गयी मिट्टी को खोदने का आदेश वीडियो को पत्र जारी कर करने को कहा. वही गांव में स्थित गड़ही पर अबैध कब्जा को बेदखली करने का निर्देश दिया. इस दौरान वर्तमान प्रधान संग गाँव की जनता का हुजूम जुटा पड़ा था. कानूनगों के अलावा राजस्व निरीक्षकों में हरिकेश सिंह, राजेश सिंह, पूजा सिंह, राकेश शर्मा शामिल रहे.

तहसीलदार जितेंद्र सिंह ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेशक्रम में भीमपुरा में कुल तीन पोखरियों की नापी कर उनपर किये गए अवैध कब्जे को चिन्हित कराया गया. सभी पर अवैध कब्जा किया गया था. जिसे हटाने और बाजार स्थित पोखरी में पाटी गयी मिट्टी को खुदवाकर पुराने स्वरूप में लाने के लिए विडियो नगरा को पत्र भेजा जाएगा.
(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)