
गाजीपुर से विकास राय
गिरफ्तार आरोपी मनोज यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर 9 दिसम्बर 2015 को थाना सादात क्षेत्र के ग्राम मीरपुर निवासी मीरी राम को ग्राम सरैया नहर पुलिया के पास गोली मार कर हत्या कर दिया था. पुन: 20 दिसम्बर 2015 को सैदपुर थाना क्षेत्र के अमुआरा के पास वसूली कर लौट रहे व्यापारी को गोली मारकर पैसों से भरा बैग लेकर भाग गया था. पुलिस की माने तो इस मामले इसको छोड़कर इसके सभी साथी पकड़े गये थे. यह जनपद गाजीपुर व वाराणसी के कई अभियोगों में वांछित है तथा काफी दिनो से फरार रहकर स्वयं एवं अपने साथियों संग जनपद जौनपुर, वाराणसी एवं गाजीपुर में हत्या एवं लूट के अपराध कर रहा था.
इसे भी पढ़ें – बनारस और जौनपुर के इनामी बदमाश गाजीपुर में हत्थे चढ़े
इसके गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक, वाराणसी परिक्षेत्र द्वारा 12 हजार का पुरस्कार घोषित किया गया था. गिरफ्तार आरोपी संजय मिश्र ने 2006 में सेवानिवृत्त जेलर रामअधार राम की सनसनीखेज हत्या अपने साथियों के साथ मिलकर चंद्रावती बाजार थाना चौबेपुर वाराणसी में किया था और उसमें जेल भी गया था. गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक अदद चोरी की मोटरसाइकिल हीरोहोंडा स्पलेंडर, एक अदद पिस्टल 32 बोर व दो अदद जिंदा कारतूस व एक अदद खोखा कारतूस, एक अदद तमंचा 315 बोर व दो अदद जिंदा कारतूस बरामद किया गया है.
This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE
गिरफ्तार आरोपी मनोज यादव ने अपना जुल्म कबूल करते हुए बताया कि वह अब तक 15-20 लूट एवं हत्या की घटनाओं को अंजाम दे चुका है. उसने बताया कि उसकी मम्मी को उसके मामा ने एक बार मारा-पीटा था. तभी से वह अपराध जगत में आ गया। बता दें कि मनोज यादव के खिलाफ गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी के विभिन्न थानों में लूट एवं हत्या का मुकदमा दर्ज है, जिसकी पुलिस को काफी दिनो से तलाश थी.