बलिया. रामायण कॉन्क्लेव का भव्य आयोजन 8 सितम्बर को कलेक्ट्रेट स्थित गंगा बहुद्देश्यीय सभागार में होगा. इस अवसर पर ‘रामकथा में भ्रातृप्रेम’ विषयक गोष्ठी और तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. यह कार्यक्रम दिन में 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक दो चरणों में होगा.
पहले चरण में गोष्ठी व दूसरे चरण में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा. रामायण कॉन्क्लेव प्रदेश के 17 जनपदों में होगा, जिसमें बलिया भी शामिल है. इसकी शुरुआत अयोध्या से हो चुकी है.
कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में तैयारियों पर चर्चा हुई. सीडीओ ने कहा कि रामायण कॉन्क्लेव के अवसर पर होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम रामकथा पर आधारित होंगे.
कोविड-19 हेल्प डेस्क के लिए सीएमओ को तथा साफ-सफाई के लिए नगर पालिका ईओ को निर्देशित भी किया गया. उन्होंने कहा कि 8 सितम्बर को कार्यक्रम है, लिहाजा उससे पहले इवेंट मैनेजर बहुद्देश्यीय सभागार में आकर देख लें. वहां जिला प्रशासन की ओर से जो जरूरत समझ में आए, उसके बारे में बता दें.
बैठक में चर्चा की गई कि साधु-संत व विद्वानों को अधिक से अधिक आमंत्रित किया जाए. उन्हें सम्मान जगह दी जाएगी. सुरक्षा, स्वच्छता व अन्य व्यवस्था पर चर्चा हुई. इस दौरान सीआरओ विवेक श्रीवास्तव, एएसपी संजय कुमार, क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ सुभाषचन्द्र यादव के अलावा कमेटी के सदस्य शिवकुमार कौशिकेय, भानु प्रताप सिंह, चंद्रशेखर पांडेय आदि मौजूद थे.
बिरहा, लोकगीत व लोक नृत्य का होगा आयोजन
इसी दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गोपाल राय व बंटी वर्मा लोक गायन की प्रस्तुति देंगे. संजय कुमार एवं उनके साथी धोबिया नृत्य, ममता टण्डन व स्नेहा डे कथक नृत्य, विनम्र शुक्ल भजन व सखीचन्द राजभर व छविलाल पाल अपने साथियों संग बिरहा की प्रस्तुति देंगे. समूहन कला संस्थान की ओर से ‘सुन लो स्वर पाषाड़ शिला के (अहिल्या उद्धार)’ आधारित नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी.
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)