बलिया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत शहर के टाउन हाल में विशाल आशा सम्मेलन आयोजित हुआ. मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री नारद राय ने आशाओं के कार्य की सराहना करते हुए पूरे मनोयोग से सरकार की योजनाओं को घर-घर पहुंचाने का आह्वान किया.
सम्मेलन का शुभारम्भ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री नारद राय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में जितना कार्य किया, किसी अन्य सरकार ने नहीं किया. यही एकमात्र ऐसी सरकार है, जिसने अपने शत प्रतिशत वादों को पूरा किया. मंत्री श्री राय ने आशाओं के कार्य की भूरि-भूरि प्रंशसा की. आशाओं बहुओं द्वारा भुगतान में विलम्ब होने की शिकायत पर सीएमओ डॉ.पीके सिंह से कहा कि तत्काल सभी आशाओं का भुगतान कर दिया जाए. सरकार की प्राथमिकता यह भी है कि किसी को भी कोई दिक्कत न हो. समाज में बेटा-बेटी के अंतर पर दुख जताते हुए मंत्री ने कहा कि इस सोच को बदलने की जरूरत है. मां-बाप की विकट परिस्थिति में बेटा आए या न आए लेकिन बेटी जरूर काम आती है.
जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा व सुरक्षा की बेहतरी पर विशेष ध्यान दिया. स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ घर-घर आमजन तक पहुंचाने में सबसे जरूरी योगदान आशाओं का बताया. कहा हर गर्भवती महिला एवं शिशु के स्वस्थ रहने के लिए सरकार ने पोषण योजना सहित जो योजना चलाई इसमें आशा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. जिलाधिकारी ने मातृत्व सप्ताह की चर्चा करते हुए पूरे सप्ताह आशाओं से पूरे मनोयोग से कार्य करने की अपील किया.
सीएमओ डॉ. पीके सिंह ने आशाओं को ऋण की हड्डी जैसा महत्वपूर्ण बताया. कहा हमारे स्वास्थ्य विभाग को घर-घर जोड़ने का काम आशा ही कर सकती है. सीएमओ ने मंत्री नारद राय, डीएम समेत सभी अतिथियों का आभार जताया. कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ.लल्लन प्रसाद, डॉ.केडी प्रसाद, डीसीपीएम अजय पाण्डेय, पूर्व जिलाध्यक्ष आद्याशंकर यादव, सभी बीसीपीएम, सिकंदर खां मौजूद रहे.
उत्कृष्ट कार्य करने वाली 51 आशाओं को किया सम्मानित
कैबिनेट मंत्री नारद राय व डीएम गोविन्द राजू एनएस ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली 51 आशा बहुओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया. उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सभी विकास खण्ड की तीन-तीन आशाओं का चयन किया गया था. इसके अलावा दुबहड़ व पन्दह के ब्लाक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक (बीसीपीएम) को भी सर्वाधिक पुरुष नसबन्दी व सर्वोच्च कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र दिया गया.