बिल्थरारोड/रेवती (बलिया)। बिल्थरारोड में घाघरा नदी का जल स्तर सोमवार को खतरे के निशान को पार कर गया. नदी का रौद्र रूप अख्तियार करने को लेकर तटीय बाशिंदे बाढ़ आने का भय सताने लगा है.
बिल्थारारोड प्रतिनिधि के मुताबिक केंद्रीय जल आयोग के अनुसार सोमवार को अपराह्न जलस्तर 64. 020 दर्ज किया गया. घाघरा नदी खतरे के निशान से 10 सेंटी मीटर ऊपर बह रही है. नदी के जल स्तर में निरन्तर वृद्धि का सिलसिला जारी है. नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से तटवर्ती क्षेत्र के चैनपुर गुलौरा, टगुनिया, मठिया, खैरा, तुर्तीपार, सहिया, हल्दीरामपुर आदि गांवों के लोग बाढ़ आने की आशंका को लेकर दहशत में हैं कि कही 1998 जैसी बाढ़ की विभिषका न झेलनी पड़े. वही बाढ से निपटने के लिए प्रसाशनिक अमला भी पूरी तैयारी में है.
रेवती प्रतिनिधि के अनुसार लगातार उतार-चढ़ाव के बाद सोमवार से घाघरा का जलस्तर फिर बढ़ाव पर आ गया. चांदपुर में 24 घंटे में 11 सेमी नदी का पानी बढ़ा है. हालांकि जलस्तर डेंजर लेवल से अब भी 60 सेमी नीचे है. नदी के बढ़ाव को देखते हुए डेंजर जोन तिलापुर में टीएस बंधा की सतत निगरानी की जा रही है. उधर, फ्लड जोन में कटान के मुहाने पर बसे नवकागांव के डेढ़ दर्जन परिवार में अधिकांश विस्थापित हो बंधे पर शरण ले चुके हैं.