रेवती (बलिया)। क्षेत्र के कुशहर ग्राम सभा स्थित वीरवर बाबू कुंवर सिंह की रणस्थली के मूक गवाह मुड़िकटवा में शनिवार के दिन शौर्य दिवस मनाया गया. झण्डारोहण ओम प्रकाश तिवारी ने किया.
इस अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 1857 के स्वतंत्रता आंदोलन के ध्वजवाहक वीरवर बाबू कुंवर सिंह पटना में पीर अली के फांसी के पश्चात 80 वर्ष की उम्र में मुखर हो उठे थे. कप्तान डगलस के नेतृत्व में अंग्रेजी सैनिक कुंवर सिंह के पीछे लगे हुए थे. जब यहां के स्थानीय आजादी के दीवानों को इसकी भनक लगी तो, वह बांस के खपचारों जैसे हथियारों के साथ झुरमुटों में छिप अंग्रेज सैनिकों पर हमला कर 106 को प्राण विहीन कर दिया. सरकार द्वारा इस पर कभी ध्यान नहीं दिया गया. अन्यथा यह स्थल भी सरकार के ऐतिहासिक धरोहर की सूची में होता.
इससे पूर्व पं.पुष्पेन्द्र तिवारी सिन्धु के वैदिक मंत्रोचार के बीच शौर्य समिति के संयोजक बब्लू पाण्डेय ने भूमि पूजन किया. गोष्ठी को सहतवार नगर के अध्यक्ष प्रतिनिधि नीरज सिंह गुड्डू, कौशल सिंह, अतुल पाण्डेय बब्लू, लक्ष्मण पाण्डेय, प्रधान सोनू पासवान, राकेश पाण्डेय आरएसएस, राम प्रताप तिवारी आदि ने सम्बोधित किया.
अध्यक्षता वैद्यनाथ पाण्डेय तथा संचालन ओम प्रकाश कुंवर मुन्नु ने किया. उल्लेखनीय है कि वीरवर बाबू की रणस्थली मुड़िकटवा पर किसी भी सरकार द्वारा ध्यान नहीं गया. विगत नौ वर्षो से यहां शौर्य समिति के संयोजक बब्लू पाण्डेय द्वारा क्षेत्र के लोगों को जुटाकर संगोष्ठी तथा ध्वजारोहण कराया जाता रहा. कुशहर के ग्राम प्रधान सोनू पासवान ने अब इस स्थल पर स्मारक बनाने के लिए 12 कट्ठा जमीन दिया. वहीं भूमि पूजन किया गया. सहतवार नगर के अध्यक्ष प्रतिनिधि नीरज सिंह गुड्डु ने यथोचित सहयोग का भरोसा दिया.