बैरिया (बलिया)। केहरपुर व गोपालपुर में गंगा नदी के तेवर तल्ख साफ नजर आ रहा है. लोगों में खलबली मची हुई है. बैरिया तहसील क्षेत्र के अंतर्गत दुबे छपरा टेंगरही बंधा पर बने स्पर के पास नदी का दबाव बढ़ चुका है.
देखते ही देखते दो बीघा जमीन अपने आगोश में ले चुकी हैं गंगा नदी. स्थानीय लोगों में खलबली मची हुई है. आनन फानन में स्थानीय लोगों द्वारा जिलाधिकारी, अधिशासी अभियंता बाढ़ प्रखंड, उपजिलाधिकारी बैरिया समेत तमाम अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है.
उसके बाद बाढ़ विभाग के अवर अभियंता मुन्ना यादव, प्रशांत गुप्ता, मो० जावेद कुछ लेबरों के साथ जुट गए है. मगर पर्याप्त व्यवस्था न देख स्थानीय लोग द्वारा असंतोष व्यक्त किया गया. रिंकू तिवारी ने पुनः जिलाधिकारी को फोन से ताजा स्थिति के बारे में अवगत कराया. इस पर उन्होंने जल्द बड़े ठेकेदार भेजने का भरोसा दिया.
बता दें की कल से ही गंगा नदी का जल स्तर बढ़ाव पर है, परंतु आज दोपहर के बाद से केहरपुर एवं गोपालपुर में अचानक कटान होने से स्थानीय लोगों की धड़कनें बढ़ने लगी व देखते ही देखते दो बीघा के आसपास जमीन कटान के जद में आ गया.
बताया जाता है कि उधर, दुबेछपरा रिंग बंधे से लगभग 35 मीटर दूरी पर 100 मीटर लंबाई में तेजी से कटान जारी है. चार घंटे में छह एकड़ उपजाऊ जमीन गंगा में विलीन हो गई. लगभग 100 मीटर की लंबाई में हो रहे कटान का गति अगर इसी तरह जारी रहा तो देर रात तक यह कटान दुबेछपरा दलित बस्ती को अपने आगोश में ले सकता है. जब कटान तेज हुआ तो मौके पर कोई नहीं था.
यदि विभाग द्वारा राहत कार्य को गति नहीं दी पाया तो रिंग बंधा पर भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा. स्थानीय लोगों द्वारा बाढ़ विभाग के कार्य प्रणाली पर तमाम सवाल खड़े किए जा रहे हैं, जो कुछ हद तक सही दिख भी रहे हैं. पंकज तिवारी, रिंकू तिवारी, प्रभाकर तिवारी, मनन यादव, रमाकांत पांडेय, भोला तिवारी आदि ने इस मसले पर आक्रोश व्यक्ति किया है.