गाजीपुर। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने गुरुवार को विद्युत वितरण खण्ड प्रथम लाल दरवाजा का स्थलीय निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान देखा गया कि बुक नम्बर कन्ज्यूमर नम्बर, कनेक्शन नम्बर सभी रजिस्टर पर अंकित किया जा रहा था. तो इस पर जिलाधिकारी द्वारा सभी कार्यों को कम्प्यूटर में फीडिंग करने को कहा तथा आन लाइन कार्य किया जाय. कार्यरत कर्मचारियों से टाइपिंग के बारे में पूछा गया तो किसी को टाइपिंग नहीं आ रही थी. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि 10 दिन के अन्दर कम्प्यूटर टाइपिंग सीख लें.
जिलाधिकारी द्वारा सभी पटलों पर जाकर सभी रजिस्टरों को चेक किया गया. कार्यालय के सीए बाबू एके श्रीवास्तव को डायरी नहीं बनाने तथा रजिस्टर का रख रखाव सही नहीं रहने पर उनका वेतन रोकने का निर्देश दिया. कार्य विभाजन के बारे में जानकारी ली. सभी आवेदनों की जांच की तथा रजिस्टर में पिछले वर्ष के पेंडिंग कार्य के प्रति नाराजगी व्यक्त की और अधिशासी अभियन्ता को 15 दिनो के अन्दर उसे पूर्ण कराने का निर्देश दिया.
कार्यालय के साफ-सफाई दरवाजे खिड़कियां तथा लटकते हुए विद्युत केबल सही कंडिशन में नहीं थे.इसे तत्काल ठीक कराने का निर्देश दिया. कैशचेस्ट, सिक्योरिटी इन्श्योरेंस के बाबत पूछने पर बताया गया कि अधिशासी अभियन्ता के नाम कैशचेस्ट है. जिलाधिकारी द्वारा समस्त आने वाले आवेदनों को 15 दिनों के अन्दर निस्तारण करने को कहा गया. कार्यालय उपस्थिति पंजिका देखने पर पता चला कि अधिशासी अभियन्ता द्वारा इसको चेक नहीं किया गया है. 22 कर्मचारियों में से 07 कर्मचारी अनिल मोहन, केके दूबे, सुधीर कुमार, गामा, जय प्रकाश गौंड़ एवं सतेन्दु मिश्र अनुपस्थित पाए गए. जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने अधिशासी अभियन्ता से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के सारे उपभेाक्ताओं की डिटेल एक सप्ताह में एवं सरकारी एवं संविदा कर्मचारियों की डिटेल एक्सेल डाटा में फीडिंग कराकर 03 दिनों में उपलब्ध कराने को कहा एवं नवनियुक्त लेखपालों की टीम बनाकर विद्युत वसूली के कार्य में सहयोग लेने को कहा. कैम्पस में जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़ी गाडिय़ों को एक महीने में डिस्पोजल करने को कहा तथा निमार्णाधीन भवनों के निरीक्षण में ईट एवं बालू की गुणवत्ता सही नहीं पाये जाने पर जिलाधिकारी ने इसे वापस कर सम्बन्धित के खिलाफ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया.