बलिया। कचहरी के सामने सिविल लाइन्स स्थित बलिया ट्रामा सेंटर डॉ. मनोज का उद्घाटन डॉ. जेपी शुक्ला एवं डॉ. मनोज की मां शारदा शुक्ला द्वारा सम्पन्न हुआ. इस ट्रामा सेंटर के शुरू होने से एक्सीडेन्टल के संग की मृत्यु दर कम होगी, ऐसा सबका मानना है। आम जनमानस ने डॉ. मनोज एवं डॉ. जेपी शुक्ला द्वारा जनपद का प्रथम ट्रामा सेंटर शुरू करने की भूरि-भूरि प्रशंसा की. सबसे बड़ी बात यह रही कि काफी दूर-दूर से लोग शुक्ला बन्धुओं की इस उपलब्धि के अवसर का साक्षी बनने की अभिलाषा लिए आये थे. डॉ. मनोज ने कहा मैंने अस्थि रोग के अलावा ट्रामा की विशेष ट्रेनिंग इस देश के बाहर लिया है और मैं अपने समस्त अनुभव का उपयोग अपने जनपद के लोगों के लिए करूंगा. इसका मुझे अपार हर्ष है, बस आप लोगो का सहयोग चाहिये.
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डॉ. जेपी शुक्ला ने कहा यह अत्यन्त दुख की बात है कि भारत में बलिया से वाराणसी का 150 किलोमीटर का मार्ग सबसे ज्यादा पोस्ट एक्सीडेन्टल मृत्यु वाले रोड के रूप में पिछले दस वर्षो से चिन्हित होता जा रहा है. इस कारण सड़क पर होने हादसे के बाद उचित चिकित्सा उपलब्ध न होना मुख्य कारण रहा है. बलिया ट्रामा सेंटर डॉ. मनोज के खुल जाने से ये मौतें कम होंगी, ऐसी मुझे उम्मीद है. डॉ. जेपी शुक्ला एवं डॉ. मनोज की मां शारदा शुक्ला ने कहा कि मेरे अपने देवर अमेरिका में बहुत बड़े वैज्ञानिक है. डॉ. जेपी शुक्ला वहीं शिफ्ट होना चाहते थे, पर जनपद की सेवा के लिए मैंने उन्हें दिल्ली से यही बुला लिया. अब डॉ. मनोज की बारी है, वे भी बलिया की ही सेवा करें. यही मेरी इच्छा थी. आज मैं बहुत खुश हूं कि मेरे दोनों बच्चे जेपी एवं मनोज अपनी मां की सेवा कर रहे हैं. एक मां के लिए इससे खुशी की बात क्या हो सकती है. कुछ भी हो डॉ. मनोज द्वारा शुरू किया गया बलिया ट्रामा सेंटर डॉ. मनोज आने वाले दिनों में जनपद की चिकित्सा का एक प्रमुख आधार स्तम्भ होंगे. यह सभी लोगों को मानना है.