बलिया। जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस ने बुधवार को भी भ्रमण कर गेहूं खरीद की स्थिति जांची. कुछ केंद्रों पर गेहूं की कम आवक पर कारण पूछा. प्रभारियों को सचेत किया कि किसानों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. इस दौरान केवरा गोदाम पर विना किसी अधिकारी के खाद्यान्न की निकासी पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई.
जिलाधिकारी मंगलवार को गेहूं खरीद का जायजा लेने निकले. शंकरपुर स्थित पीसीएफ के गोदाम पर गये, वहां गेहूं की खरीद की रफ्तार काफी धीमी थी और गोदाम भी लगभग खाली ही था. जिलाधिकारी ने इसका कारण पूछा तो वहां तैनात दिनेश मिश्र ने बताया कि आलू का क्षेत्र होने के नाते गेहूं लेकर काफी कम किसान आ रहे हैं. वहां से राजपुर क्रय केंद्र पर गये. वहां सचिव राजू तिवारी नदारद थे. मौजूद चपरासी के जिम्मे ही पूरा क्रय केंद्र चल रहा था. गंदगी देख भड़के जिलाधिकारी ने कार्रवाई की चेतावनी दी. वहां भी किसान नहीं दिखे.
बांसडीह दक्षिणी क्रय केंद्र पर सचिव विनोद कुमार ने क्रय केंद्र पर बिजली नहीं होने के कारण बोरी की सिलाई में दिक्कत होने तथा लैपटाप आदि न होने से रजिस्ट्रेशन नहीं होने की शिकायत की. जिलाधिकारी ने एआर कोआपरेटिव को तत्काल व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया. वहां से केवरा गोदाम पर गये. वहां काफी मात्रा में बाहर गेहूं रखे जाने पर कहा कि तत्काल इसे सम्बंधित गोदाम में भेजवाया जाए.
बिना अधिकारी हो रही थी निकासी
बांसडीह ब्लाक के केवरा विपणन गोदाम पर जिलाधिकारी पहुंचे तो अजीबोगरीब स्थिति देखने को मिली. नियम को ताक पर रखकर बिना किसी सक्षम अधिकारी की उपस्थिति के खाद्यान्न की निकासी हो रही थी. जब जिलाधिकारी ने इसका कारण पूछा तो वहां उपस्थित कर्मी बगल झांकने लगे. एढ़ाक पर रखे गये कर्मचारी ही खाद्यान्न निकासी जैसा महत्वपूर्ण कार्य कर रहे थे. इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी आपत्ति जताई.