रसड़ा (बलिया) | क्षेत्र के छितौनी पूर्वांचल ग्रामीण बैंक में मंगलवार को पैसे के लेन देन को लेकर कर्मचारी एवं ग्राहक आमने सामने हो गए. इस विवाद में बैंक का काम काज भी ठप हो गया. दोनों तरफ से कोतवाली पुलिस को तहरीर दी गयी है. बैंक कर्मी की तहरीर पर प्रधान प्रतिनिधि समेत कई अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. सूचना पर पहुंचे रीजनल मैनेजर पीके श्रीवास्तव ने बैंक का कार्य सुचारू रूप से चालू करवाया.
तीन दिन बाद बैंक खुलने के बाद नगहर गांव के नरेगा मजदूर बैंक में मजदूरी न मिलने पर गांव के प्रधान प्रतिनिधि आत्मा सिंह एवं बैँक के सहायक प्रबन्धक लेखा शैलेश कुमार दुबे के बीच तू तू मैं मैं तथा हाथ पाई हो गयी. नरेगा मजदूर मनोज, नन्दलाल, छोटेलाल ने कोतवाली में दिए गए तहरीर में आरोप लगाया है कि बैंक में पिछले हफ्ते पैसा लेने आने पर कहा गया था कि अगले हफ्ते मिलेगा. जब लाइन में हम लोग लगे तो बैँक कर्मियों द्वारा पैसा न देने की बात कही जाने लगी. इस पर हमलोगों ने प्रधान प्रतिनिधि को बुलाया. इसके बाद प्रधान प्रतिनिधि समेत हम लोगों के साथ बैँक कर्मचारी ने जाति सूचक शब्दों का इस्तमाल करते हुए अभद्रता किया. उधर, बैंक कर्मी ने कोतवाली में दिए गए तहरीर में आरोप लगाया है कि प्रधान प्रतिनिधि नरेगा के मजदूरों का बिना लाइन का ही पेमेंट करवाना चाहते थे. मना करने के बाद प्रधान प्रतिनिधि समेत अन्य लोगों ने उत्पात मचाया तथा मारपीट की.