

सिकंदरपुर (बलिया)। थाना क्षेत्र के सिवान कला गांव निवासी दुबई में मृत भरत चौहान (30) का शव लंबे इंतजार के बाद शनिवार को उसके आवास पर आया. शव आते ही परिवार वालों में कोहराम मच गया.
परिवार की महिलाएं, पुरुष व बच्चे सभी दहाड़े मारकर रोने लगे. उनके रुदन से वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई. अनेक लोग तो सिसकायां लेने लगे. करुणक्रंदन करने वाले परिवार वालों को सांत्वना देने की किसी को हिम्मत नहीं पड़ रही थी. हिम्मत करके जो लोग उनके पास जाते उनकी भी आंखें भर जाती थी. सर्वाधिक दयनीय स्थिति तो भरत की मा लीलावती देवी की थी, जो रोते रोते बेहोश हो जाती थी.

भरत कुछ माह पूर्व एक मजदूर के रूप में दुबई गया था. वह दुबई के अलकोज शहर में स्थित ईटीए एऐसकान कंपनी में काम करता था. उसके साथ उसी के गांव का मोहम्मद वकील ही रहता था, जबकि भरत का बड़ा भाई भुवाल चौहान वहां से करीब डेढ़ सौ किलोमीटर दूर दुबई में ही रहता था. 14 मार्च की रात में भरत व वकील अपने कमरे में सो रहे थे, उसी दौरान हार्ट अटैक से भरत की मौत हो गई. भरत के निधन के 11 वें दिन उसका शव यहां लाया जा सका.