सिकंदरपुर (बलिया)। सोमनाथ की भांति ही संसद में कानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराना चाहिए. इसमें सभी का सहयोग आवश्यक है. यह विचार है विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री प्रदीप जी का. वह सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में परिषद द्वारा आयोजित मंचीय बौद्धिक कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
कहा कि अयोध्या में राम मंदिर था, इसे सभी जानते हैं. पूर्व में मिले अवशेषों से भी साबित हो चुका है कि वहां मंदिर था. बाबरी विध्वंस को सही ठहराया और कहा की गुलामी के प्रतीक सभी चिन्हों का समाप्त होना आवश्यक है. मार्गदर्शक मंडल के सदस्य सुरजीत जी महाराज ने राम की जीवनी के बारे में चर्चा किया. कहा कि वह करोड़ों भारतीयों के आदर्श हैं. उनके आदर्शों को सभी को आत्मसात करना चाहिए.
कहा कि राम मंदिर बनाने के लिए किसी की जरूरत नहीं है, जिस दिन हिंदू संगठित हो जाएगा, मंदिर निश्चित रूप से बनेगा. विधायक संजय यादव, माधव प्रसाद गुप्त, अनिल वर्नवाल, मुन्ना जी वर्नवाल, प्रयाग चौहान, गणेश सोनी, ओमकार चंद सोनी, संजय जयसवाल, अनिल पांडेय, अंशु, चंद्रशेखर साहू, सत्यनारायण प्रजापति, भुवाल सिंह आदि मौजूद थे. अध्यक्षता चंद्रशेखर पांडेय व संचालन राजेश जी ने किया. इसके पूर्व रामोत्सव के तहत परिषद द्वारा शिशु मंदिर के प्रांगण से जुलूस निकाला गया, जो नगर में भ्रमण के बाद पुनः अपने स्थान पर वापस आकर समाप्त हुआ.