बलिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके सिंह ने चार स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान आधा दर्जन से ज्यादा नदारद मिले. नगरा पीएचसी को ताला ही बंद मिला, जबकि वैना में एक डॉक्टर एडवांस में हाजिरी बनाकर नदारद थे. सीएमओ ने इन सभी लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
बुधवार को निकले सीएमओ अचानक वैना पीएचसी पहुंच गए. इस दौरान वहां पाया कि डॉ. सर्वेश कुमार एडवांस हस्ताक्षर बनाकर नदारद हैं. एएनएम किरन पुरी भी दो दिन से बिना किसी अवकाश प्रार्थना पत्र दिये नदारद हैं. इस पर सीएमओ ने गहरी नाराजगी जताई. इस दौरान वहां लगाई जाने वाली कोल्ड चेन प्वाइंट के स्थल को भी देखा. इसके बाद गड़वार उपकेंद्र पर गए. वहां ओटी में काफी गंदगी मिलने तथा कई जरूरत की चीजें नहीं होने पर प्रभारी को फटकार लगाई.
पीएचसी रतसर पर निरीक्षण के दौरान रखे जेनरेटर को क्रियाशील करने का निर्देश दिया. वहां जब हाजिरी रजिस्टर देखा तो पाया कि डॉ. अजीत चौरसिया, हेल्थ सुपरवाइजर सत्येन्द्र पाण्डेय, संविदा नर्स रंजना चौहान बिना बताये नदारद थी. वहां से नगरा पीएचसी गये तो ताला ही बंद मिला. मार्च महीने तक 04 बजे तक अस्पताल खोले रहने के निर्देश के बावजूद 03 बजे ही वहां ताला बंद कर सभी कर्मी गायब थे. सीएमओ ने बताया कि इस बड़ी लापरवाही पर वहां के चिकित्साधिकारी डॉ. मुकेश वर्मा पर कार्रवाई होगी.