बलिया। चिलकहर विकास खण्ड के ग्राम सभा कंझारी के राशन कार्ड धारकों ने जिलाधिकारी को पत्रक देकर मांग की है कि उनके गांव की राजकीय सस्ते गल्ले की दुकान निरस्त कर दी गई, जिससे कार्ड धारकों को राशन नहीं मिल पा रहा है. कार्ड धारकों ने डीएम से अनुरोध किया है कि खुली बैठक बुलाकर नयी दुकान का आवंटन किया जाय, जिससे कार्ड धारकों की परेशानी दूर हो सके.
कहा है कि उप जिलाधिकारी रसड़ा खुली बैठक बार-बार स्थगित कर रहे हैं, जिससे उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है. जिला प्रशासन भी इसकी अनदेखी कर रहा है. इस सम्बन्ध में ग्राम प्रधान अरूण कुमार एवं सैकड़ो कार्ड धारकों का कहना है कि यह सब कुछ पुराने कोटेदार की दबंगई तथा राजनीतिक पहुंच के कारण हो रहा है. तहसील स्तर के अधिकारी उससे पंगा लेने से घबरा रहे हैं. काफी जद्दोजहद के बाद ग्राम प्रधान की सक्रियता से विगत 6 अक्टूबर को खुली बैठक के आयोजन का फैसला हुआ. थानाध्यक्ष चितबड़ागांव ने भी सुरक्षा व्यवस्था करने की हामी भर ली. सम्बन्धित अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति की सूचना ग्राम प्रधान को दे दी.
बैठक स्थल प्राथमिक विधालय नं0-2 पर ग्राम प्रधान के सौजन्य से टेन्ट कुर्सी भी लग गई. नियत समय पर 450 कार्ड धारक भी बैठक स्थल पर पहुंच गए, लेकिन दिन भर की प्रतीक्षा के बाद भी न तो कोई अधिकारी आया और न ही सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस पहुंची. इससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि दबंग पूर्व कोटेदार के प्रभाव में आकर अधिकारी तथा पुलिस द्वारा सुनियोजित रूप से बैठक को असफल कर दिया गया. वर्तमान में गांव का माहौल काफी तनावपूर्ण है, कभी भी बवाल हो सकता है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी. अब देखना यह है कि जिला प्रशासन पूरे घटना क्रम को संज्ञान में लेकर कोई निर्णय लेता है या नहीं और कार्ड धारकों को राशन की सुविधा से कब तक वंचित रखता है.