


बुझाने के चक्कर में मां बेटे झुलसे
सिकंदरपुर(बलिया)। समीप के बारापन्नो गांव में गुरुवार की देर रात ढिबरी के लौ से लगी आग में झोपड़ी व उसमे रखा नकदी सहित हजारों रुपये के सामान जल कर राख हो गए. आग बुझाते समय परिवार के मुखिया की पत्नी व पुत्र झुलस गए.
बारापन्नो गांव निवासी हरेराम राजभर के परिवार के सदस्य रात में अपने आवासीय झोपड़ी में गहरी नींद में सो रहे थे. झोपड़ी में रोशनी हेतु ढिबरी जला कर रखी गई थी. रात करीब तीन बजे ढिबरी के लौ से झोपड़ी में किसी तरह आग पकड़ लिया जिससे वह धू धू कर जलने लगी.आग की तपिश और धुंआ के चलते परिवार वालों की नींद खुली और वे शोर मचाने के साथ ही उसे बुझाने लगे. उनकी शोर पर पास पड़ोस के लोग जबतक मौके पर पहुंचे तब तक आग झोपड़ी के चारों तरफ फैल चुकी थी. इस दौरान मौके पर इकट्ठा लोगों ने करीब एक घण्टा तक अथक प्रयास कर आग पर किसी तरह से काबू पाया. तब तक झोपड़ी सहित उसमें पड़ा नकदी, अनाज कपड़े, बिस्तर, चौकी, जरूरी कागजात एवं अन्य घरेलू सामान जल कर नष्ट हो गए. आग बुझाते समय हरेराम की पत्नी देवंती देवी (35) व सात वर्षीय पुत्र गोवर्धन झुलस गए.
