रसड़ा (बलिया)। कोतवाली क्षेत्र के अठिलापुरा गांव के एक युवक का संदिग्ध परिस्थितियो में हो गई. मौत पर आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को बलिया-रसड़ा मार्ग स्थित प्यारे लाल चौराहा पर जाम कर दिया. ढाई घंटा जाम के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी पर कारवाई एवं मुआवजे की मांग के साथ साथ जिलाधिकारी एवं पुलिस कप्तान को बुलाने की मांग पर अड़े रहे.
इस दौरान सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी. उप जिलाधिकारी बाबूराम एवं क्षेत्राधिकारी अवधेश कुमार चौधरी के आश्वासन पर ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त किया. अठिलापुरा निवासी बृजेश कुमार राजभर 22 वर्ष पुत्र गजाधर राजभर रसड़ा बाहरी हिता का पूरा के प्रधान प्रतिनिधि प्रेम शंकर सिंह उर्फ मान सिंह का सात दिन से स्कार्पियो गाड़ी चला रहा था. उसके 4 दिन से लापता रहने के बाद परिजनों को रविवार को नालंदा बिहार में बृजेश कुमार की मृत्यु की सूचना पुलिस से मिली. परिजनों ने नालंदा बिहार से बृजेश कुमार का शव लाकर सुबह 9:30 बजे प्यारे लाल चौराहा पर शव रख कर जाम कर दिया. कोतवाली में दिये तहरीर में गजाधर राजभर ने आरोप लगाया कि मेरे पुत्र बृजेश कुमार को 14 नवंबर को 3 बजे रसड़ा बाहरी हिता का पूरा निवासी प्रेम शंकर सिंह उर्फ़ मान सिंह ने फोन करके गाड़ी चलाने के लिए बुलाया. 15 तारीख को सूचना दिए की बृजेश कुमार गाड़ी लेकर भाग गया है. आरोप लगाया कि मेरे पुत्र को प्रेम शंकर सिंह उर्फ मान सिंह एवं अन्य लोगों ने साजिश के तहत हत्या कराई है. पुलिस तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्रवाई में जुट गई. दो भाइयों में सबसे बड़ा पुत्र परिवार एक मात्र कमाऊ सदस्य था. गजाधर राजभर सहित ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी बाबू राम को पत्रक सौप कर तीस लाख रुपयों के मुआवजा की मांग किया. इस मौके पर अजय यादव, दिनेश राजभर, रविन्द्र गुप्ता, अवधेश राजभर, सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे.
उधर प्रधान प्रतिनिधि प्रेमशंकर सिंह उर्फ मान सिंह ने बताया कि बनारस एक तिलकोत्सव कार्यक्रम शामिल होने के लिये 15 नवम्बर को अपने गाडी से गये थे. ड्राइवर अठिलापुरा निवासी बृजेश राजभर पुत्र गजाधर राजभर मेरी स्कार्पियो जो मेरे पुत्र अरविन्द कुमार सिंह के नाम से पंजीकृत है, जिसका नम्बर यूपी 60 जेड 5891है, को ड्राइवर गाडी सहित 25 हजार रुपया व कपड़ा लेकर वाराणसी कैंट स्थित आदित्य होटल से भाग गया. जिसका बनारस स्थित सिगरा में धारा 406 के अन्तर्गत 17 नवम्बर को मुकदमा भी पंजीकृत कराया हूँ. गाडी गायब करने की सूचना परिजनों को भी दे दिया था. कहा कि राजनैतिक द्वेष के चलते मुझे फंसाया जा रहा है.