बलिया। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती द्वारा पार्टी के पुराने कार्यकर्ता रामआशीष गौतम को बसपा बलिया का जिलाध्यक्ष बनाये जाने के बाद प्रथम बार बलिया आगमन पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं से लादकर स्वागत किया.
गौतम जिलाध्यक्ष मनोनयन के बाद सबसे पहले कलक्ट्रेट कम्पाउण्ड स्थित डा. अम्बेडकर संस्थान पहुंचकर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. तत्पश्चात उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बहन ने जिस आशा एवं विश्वास के साथ बलिया जनपद की जिम्मेदारी मुझे सौंपी है, उस पर मैं पूरा-पूरा खरा उतरने का प्रयास करूंगा. मेरी प्राथमिकता होगी कि बूथ स्तर पर सक्रिय एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं को जोड़ते हुए आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को जनपद में अधिक से अधिक सीटे जीताकर बहन की झोली में सौंपकर नये वर्ष 2019 की बधाई के रूप में दिया जाय.
आगे कहा कि उप्र एवं केन्द्र की भाजपा सरकार की मानसिकता दलितों, पिछड़ों एवं अल्प संख्यकों के प्रति ठीक नहीं है. क्योंकि भाजपा नहीं चाहती है कि देश के बहुजन समाज के लोग सर उठाकर देश में चले. ये सरकार बाबा साहब डा. अम्बेडकर की संविधान बदलकर देश में मनु का संविधान लागू करना चाहती है. इसलिए बार-बार रामराज की दुहाई दे रही है. सबको पता है कि रामराज में दलितों एवं महिलाओं की स्थिति क्या थी. रामराज्य में ही शम्बूक की गर्दन एवं एकलव्य का अंगूठा काटा गया था. इस बात को देश के बहुजन समाज को समझना पडे़गा. जहां तक महिलाओं की बात है. तो आप देख ही रहे है कि सबरी माला में महिलाओं का प्रवेश सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी प्रतिबंधित है.
इस मौके पर अनिल राय, हरिहर प्रसाद गोंड, अमर पासवान, श्रीकृष्ण राम, लल्लन राम, ओमनारायण, श्रीकृष्ण कुमार, भारतीय अनिल राव, रविन्द्र राजभर, नरेन्द्र धुसिया, हीरालाल कौशल, अजय राम, अशोक प्रधान, हीरालाल राजभर, डा. पूरनमल गोंड, बच्चालाल चैहान, मनीष पासवान, हीरामणि, दरोगा वर्मा, डा. मकसुदन शर्मा, राधेश्याम बिंद, दुर्गेश, गोपाल राम, आनंद यादव, प्रमोद कुमार बौद्ध, सुधीर तिवारी, महफूज आजम आदि लोग उपस्थित रहे. अध्यक्षता रणजीत कुमार भारती तथा संचालन अमरनाथ फौदार जिला महासचिव ने किया.