वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की छात्राओं नें छेड़छाड़ के आरोपी में अवकाश पर भेजे गए एक शिक्षक को वापस बुलाने के फैसले के खिलाफ शनिवार को मुख्यद्वार बंद धरना-प्रदर्शन किया.
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विश्वविद्यालय के सूत्रों ने बताया कि छात्राएं लगातार प्रदर्शन कर रही हैं. उनका आरोप है कि छात्रा से छेड़छाड़ के आरोपी एक प्रोफेसर को अवकाश से वापस बुलाकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने गलत किया है और यदि आरोपी शिक्षक को अवकाश पर पुन: नहीं भेजा गया तो वे अपना आंदोलन तेज करेंगे.
आंदोलनकारी छात्राएं आरोपी विज्ञान संस्थान के जंतु विज्ञान विभाग के प्रो. एसके चौबे को बर्खास्त करने की मांग कर रही हैं. छात्राओं के प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.
बीएचयू के प्रवक्ता डॉ राजेश सिंह का कहना है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय विज्ञान संस्थान के जन्तु विज्ञान विभाग के प्रो. शैल कुमार चौबे पर इन्क्वायरी कमेटी की रिकमण्डेशन के आधार पर 7 जून 2019 को सम्पन्न कार्यकारिणी परिषद की बैठक में मेजर पेनाल्टी लगायी गयी है. उन्हे अपराधी ठहराया गया है. इसके आधार पर उन्हे भविष्य में विश्वविद्यालय में कोई महत्वपूर्ण प्रशासनिक दायित्व नहीं दिया जायेगा. वे कभी इस प्रकार के विद्यार्थियो सम्बन्धी गतिविधियो में संलग्न हो सकेंगे.
हालांकि छात्र अपनी जिद पर अड़े हुए हैं उनका कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी धरना जारी रहेगा. ज्ञात हो कि वर्ष 2018 में जंतु विज्ञान विभाग का शैक्षणिक टूर पूरी गया था. वहां पर प्रोफेसर एसके चौबे पर अश्लील हरकत करने इशारे करने का आरोप लगा. टूर से लौटने के तुरंत बाद ही छात्राओं ने कुलपति से शिकायत की थी.