नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव का आखिरी दौर चल रहा है. जिसके लिए 19 मई को मतदान किया जाएगा. इस मतदान के साथ ही 2019 के संग्राम की लड़ाई खत्म हो जाएगी. इसके बाद देश केवल नतीजे का इंतजार करेगा. हालांकि अभी सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर मतदान होना है. जिसके लिए सभी पार्टियां अपनी कमर कस चुकी हैं. पीएम मोदी खुद चुनावी अभियान की बागड़ोर संभाले हुए हैं. हालांकि इस बार पीएम मोदी के सामने विपक्ष मजबूती से अपनी दावेदारी पेश कर रहा है.
एक तरफ प्रधानमंत्री के लिए के लिए अपनी पिछली जीत को दोहराना चुनौती होगी तो दूसरी और गठबंधन से पार पाना भी आसान नहीं होगा. इसके साथ ही यूपी में चुनौती अधिक गहरी है. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सातवें चरण में जिन सीटों पर मतदान होने है वे सभी अपने खाते में डाली थीं. हालांकि सपा बसपा गठबंधन होने के चलते परिक्षा कड़ी और बड़ी है.
जिन 59 सीटों पर मतदान होना हैं उन सीटों पर अगर 2014 के आंकड़ों की बात करें तो यूपी की सभी 13, हिमाचल प्रदेश की सभी 4, चंडीगढ़ की इकलौती, मध्यप्रदेश की सभी 8, झारखंड की 3 में से 1, बिहार की 8 में से 7 (जदयू की 1 सीट छोड़ कर) सीटों पर कब्जा जमाया था. राजग को पंजाब की 13 में से 5 (4 सहयोगी अकाली दल) की सीटें हाथ आईं थीं. जबकि पश्चिम बंगाल की सभी 13 सीटों पर टीएमसी ने कब्जा जमाया था.
2014 के लोकसभा चुनाव का गणित देखे तो उसका पलड़ा कई ज्यादा भारी है. लिहाजा पीएम मोदी के लिए अपना पुराना गढ़ बचाना सबसे बड़ी चुनौती होगा. इसके साथ ही पीएम मोदी की संसदीय सीट वाराणसी में भी वोटिंग होनी है. हालाकिं वाराणसी में पीएम मोदी के लिए कोई मुश्किल नहीं मानी जा रही है. पीएम आखिरी चरण के लिए यूपी में कुछ 6 रैलिया करेंगे. इसके साथ अपने संसदीय क्षेत्र में भी समय गुजारेंगे.
यूपी के अलावा पीएम अन्य राज्यों की कमान भी अपने ही हाथ में रखेंगे. जिसमें मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल और पंजाब पर भी उनके लिए कड़ी परिक्षा साबित हो सकती है. इसके अलावा भाजपा पश्चिम बंगाल में भी अपनी सीटों की संख्या में इजाफा करना चाहेगी. बताया जा रहा है कि पार्टी ने आखिरी चरण में पीएम मोदी की रैलियां इस तरह से शेड्यूल की हैं जिसमें सभी संसदीय क्षेत्र कवर हो जाएं.
अंतिम चरण का गणित
राज्य- सीटें – राजग – कांग्रेस – अन्य
यूपी 13 13 00 00
बिहार 08 07 00 01 (जदयू)
चंडीगढ़ 01 01 00 00
प. बंगाल 09 00 00 09 (टीएमसी)
पंजाब 13 05 04 04 (आप)
हिमाचल 04 04 00 00
मध्यप्रदेश 08 08 00 00
झारखंड 03 01 00 02 (झामुमो)
कुल 59 39 04 16
कांग्रेस पार्टी देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी मानी जाती है. लिहाजा उसके लिए भी अपनी प्रतिष्ठा बचाने और पीएम मोदी के विजय रथ को रोकने की बड़ी चुनौती होगी. कांग्रेस के लिए पूर्वी यूपी और अपने राज्य मध्यप्रदेश, पंजाब में बेहतर प्रदर्शन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. अगर हम पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो मध्यप्रदेश औऱ यूपी में सातवें चरण की सभी सीटों को गंवा बैठी थी. लिहाजा पार्टी इस चुनाव में हर हाल में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेगी.
Before last phase polling, a determined Modi has rattled two key rivals – Mamata & Mayawati. Modi is throwing everything he has into this last phase. And Mamata and Mayawati’s responses show his barbs have hit home.