बलिया के लाल डॉ. दया सागर गुप्ता बनेआईआईटी हिमाचल प्रदेश में प्रोफेसर
दुबहर. बलिया. दृढ़ विश्वास और लगन से किया गया परिश्रम एक दिन कामयाबी की इबारत जरूर लिखता है . इस बात को क्षेत्र के मोहन छपरा निवासी डॉ. दयासागर गुप्ता ने चरितार्थ कर दिखाया है. उन्होंने अपने कठिन लगन और परिश्रम के बल पर हिमाचल प्रदेश के आईआईटी मंडी में बतौर प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति पाकर पूरे जनपद का मान सम्मान ऊंचा किया है.
ज्ञात हो कि मोहन छपरा निवासी परशुराम प्रसाद के पुत्र डॉ. दया सागर गुप्ता शुरू से ही मेधावी रहे जिन्होंने 2011 में यूपीटीयू से बीटेक करने के बाद आईआईटी धनबाद से एमटेक किया फिर वही से 2018 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की. इसके पूर्व डॉ. दयासागर गुप्ता ने लोकनायक जयप्रकाश इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी छपरा बिहार, सासाराम के शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज, संत लोगोंवाल इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी पंजाब, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट आफ पैट्रोलियम टेक्नोलॉजी जायस अमेठी सहित देश के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजो में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
इनकी प्रतिभा को देखते हुए इनको विदेश की कई संस्थाओं ने भी अपने यहां सेवा देने का ऑफर दिया लेकिन इन्होंने उसे नकारते हुए अपनी सेवा अपनी देश भूमि के ही लोगों को देने का निर्णय लिया. इनके इस सफलता पर जनपद के कई लोगों ने फोन कर इन्हें बधाई दी. वहीं इनके पैतृक गांव मोहन छपरा के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मनीष पांडे गुड्डू ने कहा कि बलिया जनपद के एक छोटे से गांव मोहन छपरा में जन्मे डॉ. दयासागर गुप्ता ने अपने प्रतिभा के बल पर इस गांव का नाम पूरे देश में रोशन किया है.
बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट