बलिया लाइव ब्यूरो
बलिया। उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के निर्देश पर शनिवार को भाजपा ने शहर कोतवाली और हल्दी थाने का घेराव कर भ्रष्टाचार के लिए प्रदेश सरकार और कानून व्यवस्था के लिए पुलिस को जमकर कोसा. दोनों जगह एक बात कॉमन रही. भाजपाइयों ने जोर शोर से महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उछाला. सदर विधानसभा क्षेत्र के नेता नागेंद्र पांडेय ने दो टूक कहा कि पूरे प्रदेश में सुरक्षा को लेकर महिलाएं आतंकित हैं. वहीं हल्दी में आनंद स्वरूप ने कहा, बलात्कार के मामले को मामूली छेड़खानी करार देने में पुलिस को महारत हासिल है.
अखिलेश सरकार ने जनता का हक छीना – नागेंद्र
सदर विधानसभा क्षेत्र के नेता नागेंद्र पांडेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सदर कोतवाली का घेराव किया. इस मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री पांडेय ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखने में अखिलेश सरकार विफल रही है. सूबे में तेजी से अपराध बढ़े हैं. महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है. केंद्र के अनुदान से चलने वाली योजनाएं पूरी तरह से ठप हैं. योजनाओं का संचालन करने में राज सरकार ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. इससे प्रदेश की जनता का हक छीना गया है. विधानसभा चुनाव 2017 को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता आने वाले समय का इंतजार कर रही है. वह भाजपा को पूर्ण बहुमत से सत्ता में लाएगी. सभा को भाजपा के राजीव मोहन चौधरी, जिला अध्यक्ष विनोद शंकर दुबे, देवेंद्र यादव, अंजनी सिंह आदि ने संबोधित किया.
बलात्कार को हल्दी पुलिस ने छेड़खानी में तब्दील कर दिया – आनंद स्वरूप
इसी क्रम में हल्दी में सभा को संबोधित करत हुए भाजपा के क्षेत्रीय मंत्री आनंद स्वरूप ने सपा सरकार पर जमकर तंज कसा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र सरकार की योजनाओं को धरातल पर लागू करने में रोड़ा डाल रही है. प्रदेश की पुलिस सपा की जागीर बनकर काम कर रही है. एक घटना का हवाला देते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व हल्दी थाने के पीछे एक गांव में नाबालिग के साथ बलात्कार किया जाता है, लेकिन पुलिस ने उसे छेड़खानी बताकर मामले कमजोर करने में लगी रही. इतना ही नहीं, घटना के लगभग 15 दिन बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इस मौके पर जिलाध्यक्ष विनोद शंकर दूबे, सुरेंद्र सिंह, बब्बन सिंह रघुवंशी, हरिशंकर पाल, दीनदयाल वर्मा, अनमोल सिंह, भुवनेश्वर मिश्र, अवधेश सिंह, नेता तिवारी, योगेंद्र ओझा, अरविंद तिवारी, कान्हा उपाध्याय, कुंवर रणधीर सिंह चिकू, शंकर यादव, दिनेश पाठक, राजवर्धन चौबे, राजेंद्र श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे. अध्यक्षता योगेंद्र साहनी ने तथा संचालन आनंद स्वरूप शुक्ल ने किया.