
बांसडीह(बलिया)। स्नातकोत्तर महाविद्यालय बांसडीह के रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन विभाग के तत्वावधान में आयोजित अतिथि व्याख्यान ‘अमेरिका राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति: भारत एवं चीन के संदर्भ में’ पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए सिंघानिया विश्वविद्यालय राजस्थान के पूर्व कुलपति प्रो. डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि आज अमरीका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति का निर्माण आर्थिक हितों को लेकर किया है.
इस रणनीति में उसने चीन को अपना प्रबलतम प्रतिद्वंदी इसलिये माना है कि हिन्द महासागर और प्रशान्त महासागर से होते हुए उसकी ‘वन बेल्ट वन रोड’ परियोजना का मार्ग भी हिन्द और प्रशान्त क्षेत्र है. आज अमरीका को एक ऐसे सहयोगी की आवश्यकता है, जो चीन के इस परियोजना में बाधक बन कर अमरीका के साथ दे. भारत आज उसी स्थिति में है कि वह अमरीका के इस रणनीति में स्विंग स्टेट के रूप में अपनी भूमिका निभा सकता है. आज भारत चीन के सीपेक परियोजना के जवाब में ग्रीन कॉरिडोर परियोजना शुरू कर रहा है. अमरीका आज भारत के इस परियोजना का समर्थन कर रहा है.
विषय प्रवर्तन करते हुऐ डॉ. फिरोज खान ने कहा कि आज अमेरिका चीन को अपना प्रबलतम विरोधी इसलिये मान रहा है कि चीन हिन्द प्रशान्त क्षेत्र में अमेरिका आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचा रहा है. इसलिए भारत को अपना रणनीतिक सहयोगी बना कर चीन के विरुद्ध खड़ा कर रहा है. चीनी आर्थिक आक्रामक नीति को अमेरीका एक दम पसन्द नही कर रहा है. इसलिये उसने दक्षिण पूर्व एशियाई देशों को भारत के साथ संगठन बना कर चीन के विरुद्ध खड़ा करके अपने आर्थिक हितों की पूर्ति करने चाह रहा है.
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उक्त व्यख्यान में डॉ. अभय शंकर सिंह, डॉ. संजय सिंह, डॉ. अजय पांडेय, डॉ. सचिदानंद, जितेंद्र वर्मा, अंजू पटेल, सुभ्रांशु शेखर, डॉ. राजेश श्रीवास्तव, डॉ. हंसराज, आरके पाठक, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, अरविंद रश्मि, कृष्ण कांत तिवारी, नीतू शर्मा, शिल्पी श्रीवास्तव ने सहभागिता किया. अतिथि का परिचय बीएड विभाग प्रभारी आरके पाठक तथा अतिथियों का स्वागत डॉ. अशोक कुमार सिंह एवं आभार व्यक्त प्राचार्य ने व संचालन सुगंधी पाण्डेय ने किया.