
लखनऊ. 3 जुलाई को संपन्न हुए जिला पंचायत चुनावों में भाजपा ने 66 सीटों के साथ बंपर जीत हासिल की और समाजवादी पार्टी को सिर्फ 5 सीटें मिलीं। इस चुनाव में सभी दलों का स्टैंड क्लियर था लेकिन आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) को लेकर तमाम तरह के विवाद खड़े हो गए।
भाजपा विरोधी पार्टियां एआईएमआईएम को पहले ही भाजपा की बी टीम बताते हैं वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में एआईएमआईएम के कुछ जिला पंचायत सदस्यों ने खुल कर भाजपा को वोट दिया। इससे पार्टी की साख को भारी नुकसान पहुंचा है और अब कार्रवाई भी की जा रही है।
AIMIM ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपने पांच जिला पंचायत सदस्यों को पार्टी से निकाले जाने की सूचना दी है. बताते चलें कि AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी पार्टी के जिला पंचायत सदस्यों से भाजपा को वोट नहीं देने की अपील की थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि इन लोगों ने जो काम किया है, वह शर्मनाक है.पार्टी ने सुल्तानपुर जिले में निसार अहमद, रफत जहां और शहनाज बानो को पार्टी से निकाल दिया है। इन तीनों ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी उषा सिंह को वोट किया था. इसकी जानकारी पुष्ट होने के बाद इन पर पार्टी ने कार्रवाई की है. शौकत अली ने कहा है कि पार्टी के खिलाफ साजिश रचने की वजह से इनकी सदस्यता भी निरस्त कर दी गई है.
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इतना ही नहीं कुशीनगर और संत कबीर नगर में भी भाजपा के पक्ष में वोट करने वाले एक-एक सदस्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
(बलिया लाइव ब्यूरो)