

जयप्रकाशनगर (बलिया)। स्थानीय ग्राम में जयप्रकाशनगर रेगुलेटर से धीमी गति से पानी निकलने के कारण यहां के किसानों के सैकड़ो एकड़ खेत परती ही रह जाएंगे. किसान अपने खेतों की जुताई के लिए बेचैन हैं, किंतु पानी निकलने की धीमी गति से अभी भी उनके खेतों में पानी लगा हुआ है.
इस क्षेत्र के संसार टोला निवासी विभूति यादव, पदूम यादव, वृजबिहारी यादव आदि ने बताया कि बाढ़ के दौरान जयप्रकाशनगर के रेगुलेटर का मुंह जाम हो गया है. उसके चलते बांध के अंदर का पानी बीएसटी बांध के अंदर अभी भी जमा है. इस क्षेत्र के लक्ष्मण छपरा, शोभा छपरा, टोला फकरूराय, टोला बाजराय, संसार टोला, शंकरनगर आदि गांवों के सैकड़ों किसानों के खेत अभी भी पानी से डूबे पड़े हैं.
स्थानीय किसान बताते हैं कि जयप्रकाशनगर रेगुलेटर के सीध में एक नाला है. वही नाला जाकर स्थानीय गंगा नदी से मिल गया है. बाढ़ खत्म होने के बाद, उसी नाले से बीएसटी बांध के अंदर का पानी, पुन: गंगा नदी में वापस हो जाता है. अभी के समय में वह नाला बाढ़ के दौरान भर गया है. उसी नाले को और गहरा कर दिया जाए, तो बीएसटी बांध के अंदर का पानी तेजी से बाहर निकल जाएगा. यह सब सरकारी स्तर से ही संभव है. इस संबंध में यहां के किसानों ने संबंधितों का ध्यान भी आकृष्ट किया है.
