रामगढ़(बलिया)। पचरुखिया गंगा घाट पर सोमवार की दोपहर में पत्नी को मुखाग्नि देने के दौरान ही पति के भी प्राण पखेरू उड़ गये. बैरिया थाना क्षेत्र के दयाछपरा निवासी 55 वर्षीय सुशीला देवी की मौत सिलेंडर फटने के बाद झुलसने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई. सुशीला देवी के अंतिम संस्कार करने के लिए लोग गंगा नदी के पचरुखिया घाट पर आए हुए थे. जहाँ शुशीला देवी के शव को चिता पर रखकर पांच भाइयो के साथ पति अभय यादव जैसे ही पांच फेरे पूरे कर पत्नी के मुख पर आग रखा कि पत्नी के मारने की सदमे को सहन ना कर अचानक गिर पड़े. मौके पर ही उनकी मौत हो गयीं. जहाँ एक तरफ अभय के परिवार पर गम का पहाड़ टूटा ही था, कि अभय के मौत ने भी सबको झकझोर कर रख दिया. फिर इसी तरह लोगो ने अभय के शव को भी पत्नी के साथ रख कर अंतिम संस्कार किया. अभी पूरा परिवार पत्नी के घटना से उबरा भी नही था, कि दुबारा पति अभय के मौत से गमो का पहाड़ टूट पड़ा. दोनो लोगो को मुखाग्नि बड़े पुत्र दिलीप ने दी.