साधन सहकारी समिति सुखपुरा से क्रय गेंहू में घालमेल की आशंका, सच सामने लाने की अपील

सुखपुरा(बलिया)। साधन सहकारी समिति सुखपुरा को वर्ष 2018 मे गेहूं क्रय केन्द्र बनाया गया था. गेहूँ को किन्ही परीस्थितियों मे यह सरकारी गोदाम पर नही ले जाया गया. कुछ दिन बाद अध्यक्ष व सचिव के द्वारा हो हल्ला के बाद विभागीय अधिकारियों द्वारा संम्बन्धित सचिव को ही गेहूं निजी हाथो मे बेचने की मंजूरी दे दिया गया. जिसको सचिव ने बिना टेण्डर या नोटिस चस्पा किए उक्त गेहूँ को सचिव ने अपने एक बिहार के रिस्तेदार व्यापारी को लाभ पहूँचाने के नियत सारे नियम कानून को ताख पर रखकर औने पौने दाम बेच दिया गया. न समिति द्बारा कोई विक्री का रसीद दिया गया नही ही मन्डी शुल्क जमा कराया गया. इसी बीच रात मे गेहूँ की विक्री कर ट्रक पर 21 दिसम्बर को गेहूँ गोदाम से लादा जा रहा था, कि किसी ने पुलिस को सूचना दिया कि अवैध रुप से गेहूं बेचा जा रहा है. करीब आधा दर्जन पुलिस मौके पर पहुच गई. चालक से कागजात की मांग पर उसने कोई कागजात ऐसा नही दिखाया जिससे यह पता चल सके कि वह सरकारी गेहूं खरीदने के लिए अधिकृत है. पुलिस ट्रक माल सहित थाने ले गई. कुछ देर बाद अध्यक्ष व सचिव थाने जाकर कागजात मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से दिखाया. पुलिस ने तुरंत गाड़ी को छोड़ दिया. पुलिस की इस तत्परता पर सहकारी संघ सुखपुरा के अध्यक्ष बसन्त सिंह ने कहा कि पुलिस किसी भी सूचना मौके पर पहुंच कर जांच करती है. इसमे कोई शिकायत नही है. कुछ लोग पुलिस पर अपना रौब जमाने के लिए पुलिस पर बदल बदल कर उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र दे रहे है. जो कही से ठीक नही है. इस पूरे प्रकरण की जाँच पूर्व पुलिस अधीक्षक बलिया द्बारा कराया गया, तथा जाँच मे यह पाया गया कि शिकायतकर्ता शिकायत करने आदि है तथा जाँच मे न पैसा माँगने की पुष्टी हुई नही किसी के साथ अभद्रता किया गया है. पुलिस रूटीन मे अपना काम किया ऐसी स्थिति मे सहकारी संघ के अध्यक्ष ने सहकारी समिति से गेहूँ बिक़ी मे की गयी घोर अनियमितताओ की जाँच करा कर दोषी सचिव पर कानूनी कार्यावाही करते हुए सरकारी धन के नुकसान की भरपाई कराये जाने की माँग किया है.

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