हिंद की पहचान है हिंदी, राष्ट्र का स्वाभिमान है हिंदी

हिंदी दिवस पर अखार में आयोजित हुई संगोष्ठी

दुबहड़(बलिया)। राजभाषा हिंदी दिवस के मौके पर स्वामी विवेकानंद युवा क्लब अखार के तत्वावधान में शुक्रवार के दिन अखार ढाले पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. गोष्ठी को संबोधित करते हुए मंगल पांडे विचार मंच के अध्यक्ष कृष्णकांत पाठक ने कहा कि हिंदी के साहित्य को और अधिक मजबूत करने के लिए अपनी बोलचाल की भाषा में हिंदी का प्रयोग करते हुए इसमें अश्लीलता का कहीं से मिश्रण ना करें, तभी जा करके हमारा हिंदी साहित्य मजबूत होगा. प्रधान संघ के मंडल अध्यक्ष एवं नगवा के प्रधान प्रतिनिधि विमल पाठक ने कहा कि हिंदी हिंदुस्तान की पहचान है. हम अपने बच्चों को अंग्रेजी की तालीम दे, लेकिन उसे हिंदी से दूर न रखें. हिंदी सभी भाषाओं से बढ़कर है. हिंदी भाषा के प्रयोग से एक अलग अपनापन का भाव पैदा होता है, जो दूसरी भाषाओं में देखनो को नही मिलता. इस अवसर पर क्षेत्र के गीतकार सरल पासवान ने हिंदी पर अपनी रचना ‘हिंद की जान है हिंदी राष्ट्र की शान है’ हिंदी सुना कर लोगों में हिंदी साहित्य के प्रति चेतना जागृत करने का प्रयास किया. इस अवसर पर मुख्य रुप से विश्वनाथ पांडेय, उमाशंकर पाठक, डॉ हरेंद्र नाथ यादव, प्रियम्बद दुबे, नितेश पाठक, मोहन दुबे, डॉ सतीश उपाध्याय, सूर्य प्रताप यादव, सोनू पाण्डेय, शिवनाथ यादव, हरिचरण यादव, उदय नारायण सिंह, छोटेलाल पाठक, जीउत पासवान आदि लोग उपस्थित थे.

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’