विभागीय दबाव या कुछ और…..
बलिया। जल निगम के निर्माण खण्ड में जूनियर इंजीनियर पद पर तैनात दीपक पाल की मौत वाराणसी जाते समय औड़िहार के पास मंगलवार को हो गयी. बुधवार को परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने बलिया पहुचें. इस दौरान जलनिगम आफिस पर समस्त कर्मचारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित किया. पोस्मार्टम करवाने के लिए पूरा स्टाफ की भीड़़ जिला अस्पताल में जमी रही. तबियत खराब होने की खबर सुन दीपक के परिजन गांव से वाराणसी ट्रामा सेंटर पहुच गये थे. वहां से शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए गांव चले गए, लेकिन फिर किसी के सुझाव पर पोस्मार्टम करवाने के लिए बलिया पहुचें. जहां पोस्मार्टम के बाद दाह संस्कार श्री राम पुर घाट हुआ. उस दौरान पूरा स्टाफ मौजूद रहा. शव के साथ परिजनों में मृतक की मां शकुंतला देवी, भाई पाल, बड़े पिता और पड़ोसी भी थे. परिजनों से बात करने पर उन्होंने कोई ठोस जानकारी नही दी. जिससे आत्महत्या का कारण पता चल सके. मौत अभी भी पहेली बनी हुयी है. अब पोस्मार्टम रिपोर्ट आने पर शायद कुछ पर्दाफाश हो. वही साथियो की माने तो हमेशा चिंतित में डूबे रहते थे, बिभाग के कर्मचारियों की माने तो मोबाइल की काल डिटेल से आत्महत्या की गुत्थी शायद खुले, किसी महिला से उनकी बात हमेशा होती रहती थी. पिछले दिनों छुट्टी पर गये थे, जिसमें गान नही पहुचें थे तो आखिर दो दिन कहा थे .