बलिया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी 115 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर मंगलवार को पीयूसीएल के तत्वावधान में टाउन हॉल बापू भवन में श्रद्धांजलि सभा व विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ. इसमें उपस्थित लोगों ने जेपी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. गोष्ठी के विषय खेती, किसानों, कारपोरेट और सरकार पर बोलते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर अवधेश प्रधान ने कहा कि किसानों की समस्या आज राष्ट्रीय समस्या है. लेकिन दुर्भाग्य है कि संसद व राज्यों की विधानसभाओं में इस पर चर्चा नहीं हो रही है. देश की मीडिया में भी किसान समस्याओं का कोई स्थान नहीं दिया जा रहा है. सरकार व कारपोरेट की मिलीभगत से किसानों को सस्ते मूल्य पर मिलने वाला खाद, बीज, कीटनाशक खरपतवार नाशक दवाएं ऊंचे मूल्य पर बाजार से खरीदने पड़ रहे हैं. जवाहरलाल नेहरु मेमोरियल पीजी कॉलेज बाराबंकी के प्रोफेसर डॉक्टर राजेश मल ने विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्राय: हर राज्य में किसान अपने हक और उपज का वाजिब कीमत पाने के लिए समय-समय पर आंदोलन करते रहते हैं. देश का संविधान कहता है कि राज्यों के नागरिकों को स्वच्छ पेयजल नि:शुल्क उपलब्ध कराना बुनियादी अधिकार है. लेकिन आज पानी धन कमाने का जरिया बन गया है. बोतलबंद पानी द्वारा कंपनियां बड़ा मुनाफा कमा रही हैं, और सरकारें आंखें बंद करके इस पर मौन साधे हुए हैं. खेती घाटे में होने का ही दुष्परिणाम है कि बहुत से किसानों का भूख और गरीबी के कारण पलायन हो रहा है. जो चिंता का विषय है. हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी के शोध छात्र डॉक्टर प्रवीण सिंह ने कहा कि कृषि और किसान का स्तर लगातार गिरता जा रहा है. इसका परिणाम यह है कि कोई किसान आज अपने बेटे को किसान नहीं बनाना चाहता है.
अस्वस्थता के कारण कार्यक्रम में प्रांतीय अध्यक्ष चितरंजन सिंह मौजूद ना होने पर उनके भेजे गए संदेश को डॉक्टर अखिलेश सिन्हा ने पढ़कर सुनाया. इस अवसर पर संगठन के जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह एडवोकेट, सचिव पंकज राय, एडवोकेट अरुण सिंह, अनिल सिंह, हरि मोहन सिंह, सुरेंद्र सिंह, बबलू सिंह, असगर अली, शैलेन्द्र सिंह, सूर्यप्रकाश सिंह, बृजेश राय आदि मौजूद रहे. अध्यक्षता सेंट्रल बैंक स्टाफ एसोसिएशन के चेयरमैन उपाध्याय व संचालन अमरनाथ यादव ने किया.