आज के दौर  में होमियोपैथिक चिकित्सा मानव समाज के लिये वरदान

​रसड़ा (बलिया)। क्षेत्र के माधोपुर ग्राम के औद्योगिक क्षेत्र स्थित शैल होमियो लेबोरेटरी के पाँचवे स्थापना दिवस मनाया गया. इस अवसर पर समाज में होमियोपैथिक चिकित्सा के महत्व पर गोष्ठी में होमियोपैथिक पद्धति पर विस्तृत प्रकाश डाला गया. गोष्ठी की शुरुवात बतौर मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी बाबूराम, विशिष्ठ अतिथि क्षेत्राधिकारी अवधेश कुमार चौधरी व संस्था के एमडी डा. डीके सिंह ने हैनिमैन के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर एवं फीता काटकर नव निर्मित डायल्यूशन व मदर टींचर कक्ष का उद्घाटन किया. मुख्य अतिथि बाबुराम ने कहा कि होमियोपैथिक चिकित्सा मानव समाज के लिये वरदान साबित हो रहा है. इस पद्धति से जटिल से जटिल असाध्य रोगों का कम खर्च में बिना किसी साइडिफेक्ट के इलाज किया जा रहा है. जनसंख्या में हो रही बेतहासा वृद्धि में भी होमियोपैथिक चिकित्सा अपनी एक अलग पहचान बना रखी है. क्षत्राधिकारी अवधेश कुमार चौधरी ने कहा कि आज के बदलते परिवेश में होमियोपैथ चिकित्सा का प्रभाव दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. इस पद्धति में मानव के साथ साथ पशुओं व अन्य क्षेत्रों में नित्य नये नये प्रतिमान स्थापित किये जा रहे है. डा.डीके सिंह ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या व प्रदूषित वातावरण में मानव इलाज की चुनौतियां बढ़ती ही जा रही हैं. इस पद्धति से मानव के साथ साथ पशुओं का भी इलाज लाभकारी व सस्ता है. अधिक से अधिक लोगों को होमियोपैथिक चिकित्सा लेने का सलाह दिया. इस मौके पर होमियोपैथिक जिला अध्यक्ष डॉ विजय शंकर राय, डॉ दशरथ सिंह, डॉ अजीत सिंह, डॉ शिवबहादुर सिंह, डॉ एसके सिंह, डॉ लल्लन पाण्डेय, डॉ फिरोज अंसारी, डॉ आयुष सिंह, डॉ शैलेश सिंह आदि ने विचार व्यक्त किया. संचालन प्रबन्धक राजाबाबू ने किया. 

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