बैरिया (बलिया)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पर अभी तक कोई महिला चिकित्सक आकर कार्यभार ग्रहण नहीं की है, जबकि सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में विभिन्न समाचार माध्यमों से क्षेत्र में यह प्रचारित कर दिया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पर महिला चिकित्सक की तैनाती कर दी गई है. जिस की जानकारी होने पर रोज ही दर्जनों की संख्या में महिला रोगी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पर आने लगी हैं और किसी महिला चिकित्सक को ना पाकर निराश वापस लौट रही हैं.
ऐसे में लोगों का विश्वास बयानबाजी सोशल मीडिया व समाचारों के माध्यमों से उठने लगा है. ऐसे लोगों की विश्वसनीयता खतरे में आ गई है. दरअसल हुआ यूं था कि विधायक बनने के तुरन्त बाद नव निर्वाचित विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह ने पहला फोन बलिया मुख्य चिकित्साधिकारी को ही किया था और कहे थे कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनबरसा मे एक दशक से अधिक समय से कोई महिला चिकित्सक तैनात नहीं की गयी. सबसे पहले यहां कि यही सबसे बडी समस्या है. हर हाल मे यहां महिला चिकित्सक तुरन्त तैनात करें. तब मुख्य चिकित्साधिकारी ने तत्काल महिला चिकित्सक तैनात करने का आदेश जारी करने की बात कही थी और किसकी तैनाती कर रहे है उसका नाम भी बताया था. यही बात समाचार पत्रो व सोशल मीडिया पर धमाके के साथ छा गया, लेकिन शुक्रवार को यह बात सामने आयी कि यहां तो किसी महिला चिकित्सक की तैनाती हुई ही नहीं. रोज महिला रोगी आकर निराश वापस लौट रही है.
बता दे कि हल्दी से जयप्रकाश नगर व गोपालनगर से गंगापार नौरंगा लगभग आठ लाख आबादी के बीच सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनबरसा ही एक मात्र बडा अस्पताल है. यहां से निराश रोगी के लिये नीम हकीम व फर्जी तथा आर्थिक शोषणकारी चिकित्सालयों के विकल्प खुल जाते हैं. यह यहां की बहुत बड़ी समस्या है. विधायक के अनुरोध व मुख्य चिकित्साधिकारी के आश्वासन के बाद भी अभी तक किसी महिला चिकित्सक के कार्यभार ग्रहण न करने की वजह पूछने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनबरा के अधीक्षक डॉ.विजय यादव ने बताया कि तब सीएमओ साहब ने मोबाइल पर बताया था कि महिला चिकित्सक के लिए आदेश लिख दिया हूं. कल या परसो वहा कार्यभार ग्रहण कर लेंगी, लेकिन वह आदेश जारी होने से पहले ही सीएमओ साहब निलम्बित हो गए. यहां कोई आदेश नहीं आया है. इस बात की जानकारी जब मोबाइल पर विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह को दी गयी तो उनका कहना था कि सीएमओ से बात के बाद मै निश्चिन्त होकर लखनऊ चला आया. मैं शनिवार को बलिया पहुच रहा हूं. सबसे पहले सीएमओ से ही मिलूंगा. वहां महिला चिकित्सक की हर हाल मे तैनाती करनी ही पड़ेगी.