बलिया। जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने गणतंत्र दिवस पर बापू भवन टाउन हाल में आयोजित जनसभा एवं कवि सम्मेलन में सम्बोधित करते हुए कहा कि 1857 का स्वतंत्रता संग्राम में जो चिंगारी सेनानी मंगल पाण्डेय ने जलाई, उससे बलिया स्वतंत्रता से पहले ही आजाद हो गया था. इससे प्रेरणा लेकर आजादी की लड़ाई लड़ी गयी. जिलाधिकारी ने चालीस प्रतिशत सहभागिता पर चिन्ता प्रकट करते हुए कहा कि चुनाव में सबकी भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए. उन्होंने अपील की कि 04 मार्च को होने वाले विधान सभा चुनाव में सब काम छोड़कर अपने मत का प्रयोग करें.
सिटी मजिस्ट्रेट रामगोपाल सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि जो आजादी कड़ी मेहनत से मिली है, उसमें अनुशासित रह कर कार्य करें. कहा कि वैसे तो हम 15 अगस्त को ही आजाद हो गये थे, पर 26 जनवरी को संविधान लागू होने पर सच्चे अर्थों में आजादी मिली. इस अवसर पर राजेन्द्र प्रसाद यादव एडोवोकेट ने कहा कि यह धरती पंण्डित हजारी प्रसाद द्विवेदी, परशुराम चतुर्वेदी व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की धरती है, परन्तु यह धरती शहादत के बावजूद पिछड़ी रही. यह चिन्ता का विषय है. कहा कि मंगल पाण्डेय की क्रान्ति से आजादी की लड़ाई शुरू हुई और 1942 में ही बलिया आजाद रहा था और इसके साथ ही साथ मेदनीपुर और सतारा भी आजाद रहा.
इस आयोजन में हफीज मस्तान, सेराज सुल्तानपुरी, अब्दुल कैश तारविद, सान बहरायची, सुदेश्वर अनाम, फतेहचन्द्र वेचैन ने अपनी कविताओं से देश भक्ति में सभा बांधी. पत्रकार अशोक कुमार ने कहा कि इस देश में एक सच्चा लोकतंत्र है. मतदान करना उसका मानवीय सोच होना चाहिए. संचालन शिवकुमार कौशिकेय ने किया. अध्यक्षता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राधिका मिश्रा ने किया. कार्यक्रम से पहले जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने स्वतंत्रता सेनानी राधिका मिश्रा, राम विचार पाण्डेय, सेनानी सेनानी उत्तराधिकारियों को शाल ओढाकर सम्मानित किया.