प्रधानमंत्री पूर्वांचल में अनेक विकास योजनाओं का करेंगे शिलान्यास लोकार्पण भी
वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7-8 जुलाई को 4 राज्यों की यात्रा पर आएंगे व लगभग 50,000 करोड़ रुपये की विभिन्न
परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश तथा 8 जुलाई को तेलंगाना और राजस्थान का दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री रायपुर में करीब 7500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे.
अवसंरचना विकास को बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ में पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री गोरखपुर में गीता प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन समारोह में भाग लेंगे. प्रधानमंत्री गोरखपुर-लखनऊ और जोधपुर-अहमदाबाद (साबरमती) को जोड़ने वाली दो वंदे भारत ट्रेनों को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. प्रधानमंत्री गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे. प्रधानमंत्री वाराणसी में 12,100 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
प्रधानमंत्री पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-सोन नगर रेलवे लाइन के बीच समर्पित फ्रेट कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे.
प्रधानमंत्री एनएच-56 के वाराणसी-जौनपुर खंड के बीच निर्मित चार लेन की सड़क का लोकार्पण करेंगे, जिससे वाराणसी से लखनऊ तक की यात्रा आसान और तेज हो जाएगी. प्रधानमंत्री मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे.
प्रधानमंत्री यूपी में लाभार्थियों को पीएम स्वनिधि के ऋण, पीएमएवाई ग्रामीण घरों की चाबी सौंपेंगे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 7-8 जुलाई, 2023 को चार राज्यों की यात्रा पर जाएंगे.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पहुंचेंगे, जहां वे गीता प्रेस, गोरखपुर के शताब्दी समारोह के समापन समारोह में भाग लेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेनों को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. प्रधानमंत्री शाम करीब 5 बजे वाराणसी पहुंचेंगे, जहां वे एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेंगे और विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण करेंगे.
प्रधानमंत्री 8 जुलाई को सुबह करीब 10:45 बजे तेलंगाना के वारंगल पहुंचेंगे और एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां वे विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. प्रधानमंत्री शाम करीब 4:15 बजे बीकानेर पहुंचेंगे, जहां वे राजस्थान की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे.
पीएम, रायपुर में अवसंरचना विकास को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री लगभग 6,400 करोड़ रूपए की पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. राष्ट्र को समर्पित की जाने वाली परियोजनाओं में शामिल हैं – जबलपुर-जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के रायपुर-कोडेबोड़ खंड की 33 कि.मी. लंबी 4 लेन वाली सड़क, आदि. पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा, यह खंड, जगदलपुर के निकट स्थित इस्पात संयंत्रों के लिए कच्चे माल तथा तैयार उत्पादों की आवाजाही का अभिन्न अंग है और लौह अयस्क समृद्ध क्षेत्रों से परिवहन सम्पर्क की सुविधा प्रदान करता है.
प्रधानमंत्री एनएच-130 के बिलासपुर-अंबिकापुर खंड के 53 किलोमीटर लंबे बिलासपुर-पथरापाली खंड पर निर्मित 4-लेन की सड़क का लोकार्पण करेंगे. यह उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच परिवहन सम्पर्क को बेहतर बनाने में मदद करेगा और आसपास के क्षेत्रों में स्थित कोयला खदानों को परिवहन की सुविधा प्रदान करके कोयले की आवाजाही को बढ़ावा देगा.
प्रधानमंत्री 6-लेन वाले ग्रीनफील्ड रायपुर-विशाखापत्तनम कॉरिडोर के छत्तीसगढ़ खंड के लिए तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इनमें शामिल है – एनएच-130 सीडी पर 43 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले झांकी-सरगी खंड का विकास; एनएच-130 सीडी पर 57 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले सरगी-बसनवाही खंड का विकास और एनएच-130 सीडी पर 25 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले बसनवाही-मारंगपुरी खंड का विकास. 2.8 किलोमीटर लंबी 6-लेन सुरंग एक प्रमुख घटक है – उदंती वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में वन्यजीवों के आसान आवागमन के लिए 27 रास्ते और 17 बंदर छतरियों का निर्माण.
इन परियोजनाओं से धमतरी स्थित चावल मिलों और कांकेर के बॉक्साइट समृद्ध क्षेत्रों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी और इससे कोंडागांव के हस्तशिल्प उद्योग को भी लाभ होगा. कुल मिलाकर, ये परियोजनाएं क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को प्रोत्साहन प्रदान करेंगी.
प्रधानमंत्री 103 किलोमीटर लंबी रायपुर-खरियार रोड रेल लाइन के दोहरीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिसे 750 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है. इससे बंदरगाहों से छत्तीसगढ़ के उद्योगों के लिए कोयला, इस्पात, उर्वरक और अन्य वस्तुओं का परिवहन आसान हो जाएगा. वे केवटी-अंतागढ़ को जोड़ने वाली 17 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. 290 करोड़ रुपये की लागत से विकसित नई रेलवे लाइन भिलाई स्टील प्लांट को दल्ली राजहरा और रावघाट क्षेत्रों की लौह अयस्क खदानों से परिवहन सुविधा प्रदान करेगी और घने जंगलों से होकर दक्षिणी छत्तीसगढ़ के दूरदराज के इलाकों को जोड़ेगी.
प्रधानमंत्री कोरबा में 130 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 60 हजार मीट्रिक टन प्रति वर्ष की क्षमता वाले इंडियन ऑयल कॉर्पाेरेशन के बॉटलिंग प्लांट को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इसके अलावा, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत के अंतर्गत लाभार्थियों को 75 लाख कार्डों के वितरण की भी शुरुआत करेंगे.
पीएम, गोरखपुर में प्रधानमंत्री गोरखपुर में गीता प्रेस जाएंगे और ऐतिहासिक प्रिंटिंग प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन समारोह में भाग लेंगे. कार्यक्रम के दौरान, वे चित्रमय शिव पुराण ग्रंथ का विमोचन करेंगे. प्रधानमंत्री गीता प्रेस में लीला चित्र मंदिर भी जाएंगे.
प्रधानमंत्री गोरखपुर रेलवे स्टेशन से दो वंदे भारत ट्रेनों को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. दो ट्रेनें हैं गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस और जोधपुर-अहमदाबाद (साबरमती) वंदे भारत एक्सप्रेस.
गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस अयोध्या से होकर गुजरेगी और राज्य के महत्वपूर्ण शहरों की परिवहन सुविधा में सुधार करेगी तथा पर्यटन को भी बढ़ावा देगी.
प्रधानमंत्री गोरखपुर रेलवे स्टेशन पुनर्विकास की आधारशिला भी रखेंगे। लगभग 498 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा, जो विश्व स्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करेगा. पीएम, वाराणसी में.प्रधानमंत्री वाराणसी में सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 12100 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
प्रधानमंत्री पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-सोन नगर रेलवे लाइन के बीच समर्पित फ्रेट कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे. 6760 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित, नई लाइन (माल) वस्तुओं की तीव्र और कुशल आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगी.
प्रधानमंत्री तीन रेलवे लाइनों का भी लोकार्पण करेंगे, जिनका विद्युतीकरण या दोहरीकरण 990 करोड़ से अधिक की लागत से पूरा किया गया है. इनमें शामिल हैं – ग़ाज़ीपुर शहर-औड़िहार रेल लाइन,औड़िहार-जौनपुर रेल
लाइन और भटनी-औड़िहार रेल लाइन. ये उत्तर प्रदेश में रेलवे लाइनों के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के पूरा होने का प्रतीक होंगी.
प्रधानमंत्री एनएच-56 के वाराणसी-जौनपुर खंड की चार-लेन वाली सड़क का भी लोकार्पण करेंगे, जिसे 2,750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पूरा किया गया है. इससे वाराणसी से लखनऊ के बीच यात्रा आसान और तेज हो जाएगी.
प्रधानमंत्री द्वारा वाराणसी में जिन विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, उनमें शामिल हैं – 18 पीडब्ल्यूडी सड़कों का निर्माण और नवीनीकरण; बीएचयू परिसर में अंतर्राष्ट्रीय गर्ल्स हॉस्टल भवन का निर्माण; ग्राम करसरा में केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट) – व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र; पुलिस स्टेशन सिंधौरा, पीएसी भुल्लनपुर, फायर स्टेशन पिंडरा और सरकारी आवासीय विद्यालय तरसदा में आवासीय भवन और सुविधाएं; आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन भवन; मोहन कटरा से कोनिया घाट तक सीवर लाइन और रमना गांव में आधुनिक सेप्टेज प्रबंधन प्रणाली; 30 दो तरफ वाले बैकलिट एलईडी स्तम्भ; एनडीडीबी मिल्क प्लांट, रामनगर में गाय के गोबर पर आधारित बायो-गैस संयंत्र और दशाश्वमेध घाट पर एक अनूठा तैरता हुआ चेंजिंग रूम जेटी, जो भक्तों को गंगा नदी में स्नान करने की
सुविधा प्रदान करेगी.
प्रधानमंत्री चौखंडी, कादीपुर और हरदत्तपुर रेलवे स्टेशनों के पास 3 दो-लेन वाले रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण; व्यासनगर का निर्माण-पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रेल फ्लाईओवर का निर्माण और 15 पीडब्ल्यूडी सड़कों के निर्माण और नवीनीकरण से जुड़ी परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. इन परियोजनाओं को लगभग 780 करोड़ रुपये की कुल लागत से विकसित किया जाएगा.
प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के तहत 550 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाली 192 ग्रामीण पेयजल योजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे. इनसे 192 गांवों के 7 लाख लोगों को शुद्ध पेयजल प्राप्त होगा.
प्रधानमंत्री मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट के फिर से डिजाइन तैयार करने और इनके पुनर्विकास की आधारशिला भी रखेंगे. पुनर्विकास किए जाने वाले घाटों में सार्वजनिक सुविधाएं, प्रतीक्षा क्षेत्र, लकड़ी भंडारण, अपशिष्ट निपटान और पर्यावरण के अनुकूल दाह संस्कार की व्यवस्था होगी. आधारशिला रखी जाने वाली अन्य परियोजनाओं में शामिल हैं – वाराणसी में गंगा नदी तट पर स्थित दशाश्वमेध घाट के तैरते हुए चेंजिंग रूम जेटी की तर्ज पर छह धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण स्नान घाटों पर तैरते हुए चेंजिंग रूम जेटी का निर्माण और सिपेट परिसर करसरा में छात्रावास निर्माण आदि.
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के लाभार्थियों को पीएमस्वनिधि के ऋण, पीएमएवाई ग्रामीण घरों की चाबियां और आयुष्मान भारत कार्ड भी वितरित करेंगे. इससे 5 लाख पीएमएवाई लाभार्थियों के गृह प्रवेश, 1.25 लाख पात्र लाभार्थियों को पीएमस्वनिधि ऋण वितरण और 2.88 करोड़ आयुष्मान कार्ड वितरण के कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे. इससे पर्यटन और आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा.
यह जानकारी वाराणसी रेल मंडल के जनसंपर्क विभाग के हिमांशु राव ने दी है.