भागवत जी की कथा श्रवण करने से भक्ति ज्ञान वैराग्य पुष्ट होता है : पंडित आदित्य चौबे

Lord Shri HarimVisjnu Ji.

भागवत जी की कथा श्रवण करने से भक्ति ज्ञान वैराग्य पुष्ट होता है : पंडित आदित्य चौबे

गड़वार (बलिया): क्षेत्र के नारायनपाली गांव में आयोजित संगीतमय भागवत कथा के प्रथम दिवस कथावाचक पंडित आदित्य चौबे ने श्रीमद्भागवत के महात्म्य के बारे में श्रोताजनों को विस्तार से बताया।

कहा कि भागवत है क्या, भागवत किसने लिखा, हम भागवत क्यों सुनें, भागवत श्रवण करने का लाभ क्या है, इन सब बातों का विचार करना ही भागवत महात्म्य है।

कथा के दौरान पंडित आदित्य चौबे ने श्रद्धालु श्रोताजनों से कहा कि भागवत जी का श्रवण करके भक्ति, ज्ञान व वैराग्य पुस्ट होता है। यह पुराण पुण्यात्माओं का तारण तो करता ही है साथ ही संसार के कलुषित प्राणियों को भी तारता है, प्रेत पीड़ा का निवारण करता है।कहा कि धुंधकारी जैसे महाप्रेत को भी भगवत धाम का अधिकारी बनाया।

कहा कि श्रीमद्भागवत महापुराण साक्षात भगवान श्रीकृष्ण का शब्द विग्रह स्वरूप है। कृष्ण ही शब्द के रूप में भागवत जी में विराजमान हुए हैं।

बलिया से ओम प्रकाश पाण्डेय