सिकंदरपुर का चेयरमैन बने तो ऐसा…….. मतदाताओं के विचारों पर आधारित स्पेशल स्टोरी

सिकंदरपुर का चेयरमैन बने तो ऐसा……..
मतदाताओं के विचारों पर आधारित स्पेशल स्टोरी
सिकंदरपुर, बलिया. नगर का चेयरमैन जनता के प्रति पूरी तरह से जवाब देह होना चाहिए न कि जनता से मुंह चुराने वाला चेयरमैन होना चाहिए. वहीं विकास कार्य चेयरमैन की प्राथमिकता में शामिल होना चाहिए.

शुक्रवार को जब नगर के निवासियों से निकाय चुनाव को लेकर बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि नगर में विकास करने वाला तथा जनता की जवाबदेही वाला चेयरमैन चाहिए न कि ऐसा चेयरमैन चाहिए जो जीत जाने के बाद जनता के बीच आए ही नहीं. वही नगर में सार्वजनिक शौचालयों की व्यवस्था होनी चाहिए, जगह-जगह पर आरओ की व्यवस्था, साफ-सफाई की व्यवस्था, पार्किंग की व्यवस्था के साथ-साथ कूड़े करकट निस्तारण हेतु एक नियत स्थान की व्यवस्था आवश्यक है.

दयानंद प्रसाद ने बताया कि नए चेयरमैन को नगर के प्रति पूरी तरह से जवाबदेह होना चाहिए. नगर में सबसे अधिक समस्या जल निकासी की है, जिसके लिए वह तत्पर रहे तथा जल निकासी की तत्काल व्यवस्था कराए.

इमरान अहमद ने बताया कि नगर की सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की समस्या है. चाहे वह अस्पताल परिसर हो या जलपा चौक हो. आए दिन वहां जाम लगा रहता है. पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण दुकानदार तथा अन्य लोग अपनी गाड़ियां दुकानों के सामने खड़ा करते हैं, जिससे यह स्थिति उत्पन्न होती है, इसके लिए पार्किंग की व्यवस्था कराने वाला चेयरमैन चाहिए.

विनोद गुप्ता ने बताया कि सभासद और अध्यक्ष पद पर जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने वाले उम्मीदवार का चयन होना चाहिए.चुनाव के समय धनबल का प्रदर्शन करने वाले सच्चे समाजसेवी नहीं हो सकते हैं.

किसान होरीलाल ने बताया कि नगर में सबसे बड़ी समस्या किसानों के लिए बन जाती है. लोग अपने घरों से निकलने वाले नाले के पानी को हमारे खेतों तक फैला देते हैं, जिससे कि काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अतः एक ऐसा चेयरमैन हो जो नगर से निकलने वाले गंदे पानी के निकासी की व्यवस्था करा सके.
सिकंदरपुर से संतोष शर्मा की रिपोर्ट

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