नैक क्रैटिरिया को ध्यान में रखकर करें प्रस्तुति: कुलपति
नैक के असिस्टेंट एडवाइजर ने ग्रेडिंग बढ़ाने के दिए टिप्स
विभाग की स्थिति का पीपीटी के माध्यम से हुआ प्रस्तुतीकरण
जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन रविवार को नैक की तैयारी के संबंध में 28 विभाग के विभागाध्यक्ष ने सातों क्राइटेरिया के तहत विभाग की स्थिति का प्रस्तुतीकरण किया. सभी विभागाध्यक्षों ने कुलपति और नैक के असिस्टेंट एडवाइजर डा. नीलेश पांडेय के समक्ष विभाग की प्रस्तुति की.
इस अवसर पर बंगलुरु नैक के असिस्टेंट एडवाइजर डॉ. नीलेश पांडेय ने प्रस्तुतीकरण के दौरान कमियों को कैसे दूर किया जाए? इस बारे में विस्तार से बताया. साथ ही नैक की ग्रेडिंग बढ़ाने के लिए कई उपाय भी सुझाए. कई विभागों की प्रस्तुति में खामियों पर उन्हें संशोधन के सुझाव दिए. कई विभागाध्यक्षों के सुंदर प्रस्तुतिकरण की सराहना भी की. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के हर शिक्षक और अधिकारी नैक क्रैटेरिया के हिसाब से अपना एकेडमिक रिकॉर्ड तैयार करें, ताकि विभाग के साथ-साथ विश्वविद्यालय का भी रिकॉर्ड मजबूत है.
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने विभागाध्यक्षों के प्रस्तुतीकरण को गंभीरता से देखा.उन्होंने सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षकों और अधिकारियों को नैक की तैयारी के प्रति गंभीर होने के निर्देश दिए. स्वागत प्रो. मानस पांडेय, संचालन डॉ. गिरधर मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. देवराज सिंह ने किया.
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, प्रो.बीबी तिवारी, प्रो.वंदना राय, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. राम नारायण, प्रो. अजय प्रताप सिंह, डॉ. संतोष कुमार, डॉ सौरभ पाल, डॉ.प्रमोद कुमार यादव, डॉ मनीष गुप्ता, डॉ. नुपुर तिवारी, डॉ. राजकुमार, डॉ.रसिकेश, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. अमरेंद्र सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ.पुनीत धवन, डॉ. मिथिलेश यादव, डॉ. सुशील शुक्ला, डॉ. सुशील कुमार सिंह डॉ रामनरेश यादव, डॉ मंगला प्रसाद आदि उपस्थित थे.
डॉ सुनील कुमार की रिपोर्ट