पुलिस नहीं, सपाई चला रहे हैं थाने – उमाशंकर सिंह

बलिया लाइव संवाददाता

रसड़ा (बलिया)। विधायक उमाशंकर सिंह ने कलना में मृतक अशोक कुमार सिंह के परिजनों से मिलकर बृहस्पतिवार को शोक संवेदना व्यक्त किया. शोकाकुल परिजन आक्रोशित भी थे. परिजनों ने सारी घटनाओं का विस्तृत जानकारी उन्हें दी. परिजनों ने घटना के लिए पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया साथ ही हत्या के पीछे बड़ी साजिश बताया.

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परिजनों ने आरोप लगाया की तीन माह पहले विवाद के बाद समझौता भी हुआ था, फिर भी 29 जून को भाला से हमला किया गया था. थाने में तीन-तीन बार शिकायत भी गयी थी. परन्तु कभी भी पुलिस कार्रवाई तो दूर हालचाल भी लेना जरूरी नहीं समझी. पुलिस पर नाराजगी इस बात से और थी कि अपराधी की धरपकड़ तो दूर उनका अब तक हालचाल लेना भी मुनासिब नहीं समझा गया. और तो और उनके परिजनों समेत घर की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है. जबकि हत्यारे नामजद अपराधी हैं, जो हत्या समेत कई चोरी के मामलो में वांछित हैं. हत्या में बड़े नेता की भूमिका को भी संदिग्ध बताया गया.

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विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस घटना की जितनी भी निन्दा की जाए, वह कम ही होगा. जिस तरह से बीच सड़क पर जघन्य तरीके से हत्या हुई है. उससे पता चलता है कि हत्यारों में कोई ख़ौफ़ नहीं था. इससे साफ़ जाहिर है कि जनपद में कानून व्यवस्था कितनी लचर है. विशेष कर फेफना, नरहीं एवम् चितबड़ागांव जैसे थाने पुलिस नहीं, सपा नेताओं के इशारे पर चल रहे हैं. यह घटना मेरे विधान सभा क्षेत्र के अलावा मेरे परिवार की बात है. इसकी जांच कराकर दोषी को सजा जरूर दिलाई जाएगी. चाहे अपराधी कितना ही पहुंच वाला क्यों न हो.

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ग्राम प्रधान तेज बहादुर यादव ने भी अपनी जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाईं. गांव में अभी भी सन्नाटा पसरा हुआ है. गांव में भारी संख्या में पुलिस के साथ साथ पीएसी बल मौजूद है. इस मौके पर मुन्ना सिंह, सतेन्द्र सिंह, संतोष पाण्डेय, सुनील सिंह,  सचिन्द्र सिंह, सियाराम यादव, सुरेश राम सहित कई लोग उपस्थित रहे.

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