अकीदत की मिसाल बन रहे हैं ये नए नवेले रोजेदार

सिकन्दरपुर (बलिया) से संतोष शर्मा

नगर के मोहल्ला मिल्की निवासी सर्वेश शर्मा पुत्र पारसनाथ शर्मा ने रमजान के चौथी का रोजा रख गंगा जमुनी तहजीब का मिसाल पेश किया है. सर्वेश ने रात में विधिवत शहरी खाया और पूरे दिन बिना अन- जल का रह, शाम को निर्धारित समय पर मोहल्ला के मुस्लिम युवकों के साथ बैठकर इफ्तार किया. सर्वेश ने बताया कि आगे भी कुछ और रोजा रखने की इच्छा है. कारण कि रोजा रखने से मन को काफी शांति मिलती है.

इसी क्रम में नगर का मोहल्ला गंधी निवासी कम उम्र के सगे भाइयों ने रमजान के पहले का रोजा रखा था, जहां मजहब के प्रति अपने अकीदा को जाहिर किया है वहीं रोजा नहीं रहने वालों को रमजान के रोजे रखने की नसीहत दिया है. दोनों बच्चे मोहल्ला के मोहम्मद अनवर के पुत्र मोहम्मद अयाज (5 वर्ष) व मोहम्मद जीशान (6 वर्ष) हैं, जिन्होंने पिता मो.अनवर, मां तरंनुम खातून के मना करने के बावजूद जिद कर रोजा रखा. मोहम्मद अनवर में बताया कि रोजा के दौरान दोनों ने एक बार भी खाने पीने की इच्छा नहीं जताई, बल्कि पूरे दिन मोहल्ला के बच्चों के साथ खेलते रहे. इस दौरान निर्धारित समय पर मोहल्ला की मस्जिद में पहुंच नमाज भी अदा किया. बताया कि जीशान पिछले वर्ष भी 15 रोजा रख चुका है.

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’