जयप्रकाशनगर (बलिया)। बैरिया थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत इब्राहिमाबाद नौबरार के घूरी टोला में एक बालक की जान परोपकार में ही चली गई. हुआ यह कि इस गांव के निवासी गोपाल चौधरी के घर एक सर्प ने एक मैनी पंछी को पकड़ लिया था. वह उसे लेकर जमीन के होल में जाने लगा. तभी गोपाल के 12 वर्ष के पुत्र सूरज की नजर उक्त पंछी पर पड़ी.
सर्प होल के अंदर था और पंक्षी का शरीर ऊपर. सूरज जाकर पंछी को पकड़ लिया और उसे बाहर निकालने लगा. तभी सर्प ने उसे डंस लिया. हालांकि उसने पंछी को बाहर निकाल लिया था, किंतु कुछ देर बाद वह पंछी तो मर ही गई, सूरज भी बेहोश होने लगा. तब जाकर परिजनों को इस बात की जानकारी हुई कि उक्त बालक को सर्प ने डंस लिया है. आनन-फानन में फिर वही गंवई परंपरा शुरू हुई. अस्पताल जाने के बजाय परिजन झाड़-फूंक पर ही भरोसा किए और इसी माध्यम से बालक को बचाने का प्रयास होने लगा. काफी देर बाद जब बालक की हालत और बिगड़ने लगी तो परिजनों को प्रसिद्ध स्थान अमवा के सती माई के पास भी उक्त बालक को ले जाने की सलाह गांव को लोगों ने दिया. परिजन वहां भी पहुंचे, किंतु कोई सफलता नहीं मिली. अंतत: सूरज उस पंछी के सांथ-सांथ खुद भी सदैव के लिए अस्त हो गया.