बलिया। परिषदीय विद्यालयों को अपनी सोच व जज्बे के दम पर नूतन आयाम देने वाले बीएसए डॉ. राकेश सिंह को विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों व शिक्षक प्रतिनिधियों ने रविवार को गर्मजोशी से स्वागत किया. वजह थी, जनपद में कार्यकाल का दो सफल वर्ष पूर्ण होना. लगभग पटरी से उतर चुकी बेसिक शिक्षा व्यवस्था को खड़ा कर दौड़ने की मुद्रा में लाने वाले बीएसए ने इस दरम्यान कई मील का पत्थर प्रस्तुत किया.
लोगों की नजरों में सम्मानजनक स्थिति में लौटी परिषदीय शिक्षा
शिक्षकों की गैरहाजिरी, बेतरतीब शैक्षणिक माहौल, दिन प्रतिदिन घटती छात्र संख्या व सुविधाओं से कोसों दूर हो चुकी व्यवस्था को एक-एक कर सुलझाते हुए बीएसए ने परिषदीय शिक्षा को लोगों की नजरों में सम्मानजनक स्थिति प्रदान कराया. अतीत के पन्नों को पलटे तो दो वर्ष के छोटे से कार्यकाल में जनपद के समस्त विद्यालयों को न सिर्फ सुविधाओं की हर वो खेप पहुंचायी गयी, जिसके लिए वो वर्षो से तरस रहे थे, बल्कि पठन-पाठन का ऐसा माहौल तैयार किया गया, जो विद्यालय होने का आभास दिलाता है.
सोलर लैम्प युग में पहुंचे सीधे डिबरी से
इस दौरान बीएसए की पहल पर सम्पूर्ण स्वच्छता के लिए तकरीबन 45 करोड़ की लागत से आरईसी, पावरग्रिड व महिन्द्रा ने जनपद के परिषदीय विद्यालयों में शौचालयों का निर्माण कराया. यही नहीं, कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों को डिबरी युग से निजात दिलाते हुए सोलर लैम्प से सुसज्जित किया गया. इन विद्यालयों में शुद्ध पेयजल, बैठने की उचित व्यवस्था के साथ ही पठन-पाठन सामग्री की समय से उपलब्धता भी सुनिश्चित की गयी.
बेसिक शिक्षा में हुआ आमूल चूल परिवर्तन
बीएसए ने अपने अधिकारों का प्रयोग करने के साथ ही आवश्यकतानुसार हर उस दरवाजे पर दस्तक दी, जिनके प्रयासों से बेसिक शिक्षा में आमूल-चूल परिवर्तन सम्भव था. इनका यह प्रयास रंग भी लाया. कई शिक्षा क्षेत्रों में बीएसए की पहल पर समाजसेवियों ने बैठक व्यवस्था से लेकर वाटर कूलर तक उपलब्ध कराया. शिक्षा मित्रों का समायोजन हो या 72825 की भर्ती, विज्ञान-गणितशिक्षकों की भर्ती, उर्दू शिक्षकों की भर्ती या फिर 15 हजार शिक्षकों की भर्ती में चयनितों के घर-घर न सिर्फ परवाना पहुंचाया गया, बल्कि प्रदेश में सबसे पहले परवाना देने का ताज भी बीएसए के सिर बंधा.
प्राथमिक शिक्षक संघ ने सम्मानित किया
रविवार को प्राथमिक शिक्षक संघ ने बीएसए डॉ.. राकेश सिंह को सम्मानित किया. इस मौके पर जिलाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह, वरिष्ठ पटल सहायक अजय पांडेय, डॉ.. राजेश पांडेय, गुरूनाम सिंह, अजेय किशोर सिंह, राकेश सिंह, संजय कुमार, विनोद सिंह आदि मौजूद रहे. बीएसए ने भरोसा दिलाया कि बेसिक शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए उनका प्रयास अनवरत जारी है.