चांददियर-संसारटोला तटबंध पर घाघरा कटानरोधी कार्य शुरू
बैरिया(बलिया)। गंगा दशहरा के बाद से द्वाबा के घाघरा व गंगा तटवर्ती गांवों में बाढ व कटान की आशंकाओं को लेकर चर्चा बढ़ जाती है. पुरनिया अपना अनुभव बताने लगते हैं. लोग गंगा का तेवर अलग व घाघरा का तेवर अलग-अलग बताते हैं. इस साल गंगा व घाघरा दोनों नदियों का तेवर तीब्र होने व बाढ कटान के तेज होने की आशंका व्यक्त की जा रही है.
जिसके दृष्टिगत विधायक सुरेन्द्र सिंह के प्रयास से घाघरा के बाढ व कटान से सुरक्षा के लिए 85 करोड़ के प्रोजेक्ट पर चांददियर संसारटोला बंधे पर काम शुरू हो गया है. विधायक के सुझाव पर जिलाधिकारी ने यहां कटानरोधी कार्य हर हाल में 15 जून तक पूरा करने का निर्देश दिया है.
उधर गंगा तटवर्ती केहरपुर व गंगापुर इलाके के लिए सिंचाई एवं जल संसाधन परिकल्प व नियोजन के प्रमुख अभियन्ता एके सिंह की अध्यक्षता में विभागीय मुख्य अभियन्ता समिति की बाढ़ सुरक्षा परियोजनाओं की बैठक में जहां केहरपुर गांव की सुरक्षा के लिए 24 करोड़ 94 लाख 83 हाजर रुपये की परियोजना को संस्तुति की गई है. वहीं 12 करोड़ 34 लाख 88 हजार की लागत से गंगापुर की परियोजना को स्थगित कर दिया गया है.
जिले के सिचाई एवं जल संसाधन विभाग ने प्रदेश के विभागीय मुख्य अभियन्ता समिति के सामने बलिया-बैरिया तटबंध एनएच 31 के किमी 28.000 पर एक अदद स्पर, किमी 28.350 पर एक अदद स्टड का निर्माण एवं किमी 28.000 से 28.350 के मध्य तटबंध एवं केहरपुर गांव की सुरक्षा के लिए रिवेटमेंट के निर्माण के लिए 24 करोड़ 94 लाख 83 हजार रुपये का प्रस्ताव दिया था. जिसे समिति की बैठक में संस्तुति कर दी गयी है.
जबकि गंगापुर में किमी 26.900 पर एक अदद स्पर का निर्माण, एवं किमी 26.700 से 26.900 के मध्य तटबंध की सुरक्षा हेतु रिवेटमेंट निर्माण कार्य के लिए 12 करोड़ 34 लाख 88 हजार की परियोजना के प्रस्ताव रखा था. लेकिन प्रदेश समिति की बैठक में परियोजना को स्थगित कर दिया गया है. सिर्फ निर्देशित किया गया है कि वर्षाकाल 2018 में कड़ी सतत निगरानी रखी जाय. यदि आवश्यकता हो तो प्रासंगिता के आधार पर वर्षा काल 2018 के उपरांत परियोजना प्रस्तुत किया जाय. जिससे गंगापुर में बाढ़ व कटान से सुरक्षा के लिए आस लगाए लोगों को जोड़ का धक्का लगा है. इस क्षेत्र के लोग अपने को असुरक्षित व ठगा महसूस कर रहे है. इस बाबत अधिशासी अभियन्ता बाढ़ खण्ड बलिया के डीके चतुर्वेदी ने कहा कि विभागीय मुख्य अभियंता समिति की बैठक में गंगापुर के 12 करोड़ की परियोजना को स्थगित कर दिया है. जबकि केहरपुर गांव बचाने के लिए 24 करोड़ की परियोजना की संस्तुति मिली है.