बैरिया विधायक ने मौर्य को बताया शासकों का सिरमौर

बैरिया (बलिया)। स्थानीय कस्बा स्थित श्रीराम धर्मशाला के अतिथि हाल में रविवार को मौर्य सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य की 3261वीं जयंती समारोह का आयोजन किया गया. जयंती का शुभारम्भ पूर्व प्रधानाचार्य जनार्दन राम व कुशवाहा समाज के जिला महामंत्री परमात्मा नन्द मौर्य ने महात्मा बुद्ध व चन्द्रगुप्त मौर्य के चित्र के पास दीप प्रज्वलित कर किया.

इसके बाद उपस्थित मौर्य बिरादरी के लोगों ने चन्द्रगुप्त मौर्य के चित्र पर पुष्प अर्पित किये. इस अवसर पर मुख्य अतिथि बैरिया के भाजपा विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह ने विलम्ब से पहुंचने के लिये क्षमा करते हुये भारत के गौरवशाली इतिहास के महान पुरुष सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के शासन व्यवस्था व समाज सेवा का वर्णन करते हुए उनके आदर्शों को जीवन में उतारने की बात कही. उपस्थित मौर्या बिरादरी के नेताओं ने चन्द्रगुप्त मोर्य के द्वारा पूर्व में किए गए ऐतिहासिक कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला. कहा इतिहास गवाह है मौर्या वंशज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहा है. देश की आजादी के समय भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया.

उन्होंने कहा कि सम्राट चन्द्र गुप्त मौर्य का साम्राज्य न सिर्फ वर्तमान हिंदुस्तान, बल्कि पाकिस्तान, नेपाल, भूटान तक फैला हुआ था. उनके शासन काल मे समाजिक समरसता कायम थी. इस सम्राट व उनके वंशजों ने दुनिया भर में अपने शासन की छाप छोड़ी. उस समय हम एक बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में भी जाने जाते थे. उन्होंने मौर्य समाज के एकता पर बल देने का आह्वान किया. इस मौके पर अधिवक्ता ओमप्रकाश मौर्य, अधिवक्ता इंदुभूषण मौर्य, अशोक मौर्य, पवन वर्मा, जनार्दन वर्मा, सत्यनरायण वर्मा, कमेश्वरनाथ, दीना नाथ वर्मा, बद्री वर्मा, नृपेन्द्र मोर्य आदि उपस्थित रहे. संयोजक जेके वर्मा ने सभी स्वजातीय बन्धुओं से एकजुट रहने का आह्वान करते हुए आभार व्यक्त किया. अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य जनार्दन राम व संचालन विनायक मौर्य ने किया.

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